देश के लिए रेसलिंग में कई पदक जीत चुकी फोगाट बहनों का नाम बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ के बाद सुर्खियों में छाया रहा। भारत में महिला रेसलिंग को एक नई पहचान देने वाली इन फोगाट बहनों में से एक ऋतु फोगाट ने रेसलिंग से अलविदा कह दिया है। इससे भारतीय रेसलिंग फेडरेशन को बड़ा झटका लगा है। ऋतु पूर्व रेसलर व कोच महावीर फोगाट की बेटी हैं। रेसलिंग कोच महावीर फोगाट की चार बेटियां गीता, बबीता, ऋतु और संगीता हैं। ऋतु फोगाट महावीर की तीसरे नंबर की बेटी हैं। 24 वर्षीया ऋतु ने 2017 में पोलैंड में हुई विश्व अंडर-23 सीनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में 48 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया था। ऋतु देश की उन प्रतिभाशाली रेसलरों में से एक थीं, जिससे आगे देश को काफी उम्मीदें थी, लेकिन उन्होंने अचानक रेसलिंग छोड़कर जोरदार झटका दिया है।
ऋतु ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स से जुड़ने का किया फैसला
स्टार रेसलर ऋतु फोगाट ने सोमवार को रेसलिंग छोड़ मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स से जुड़ने का फैसला किया है। अब ऋतु ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में सिंगापुर की इवोल्व फाइट टीम को ज्वाइन कर लिया हैं। ऋतु ने इस पर बात करते हुए कहा, ‘मैं अपनी नई यात्रा शुरू करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। मैंने एमएमए इसलिए चुना क्योंकि मैं विश्व चैंपियन बनने वाली पहली भारतीय बनना चाहती हूं। मैं एमएमए लंबे समय से देखती रही हूं और इस खेल से काफी प्रभावित हूं। मैं हमेशा सोचती थी कि इस खेल में कोई भारतीय क्यों नहीं हैं।’
रेसलिंग मेरा पहला प्यार है, मुझे इसकी काफी कमी खलेगी
इस फैसले के बाद मीडिया ने रेसलर ऋतु फोगाट से एमएमए में जाने का प्रमुख कारण पूछा तो उनका जवाब आया, ‘हमारे परिवार में सभी पहलवान हैं। देश के लोगों को मुझसे काफी उम्मीदें हैं क्योंकि मैं गीता और बबीता की बहन हूं। मैं उनकी उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करना चाहती हूं, लेकिन अब मैट पर नहीं बल्कि जाली में। ऋतु ने आगे बताया कि वह अपनी बहनों से अधिक साहसी हैं। उन्होंने कहा कि रेसलिंग मेरा पहला प्यार है। मुझे इसकी काफी कमी खलेगी, लेकिन मैं अपनी बहनों से अलग हूं। मैं नई शुरुआत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रही हूं।’
भारतीय रेसलिंग फेडरेशन को लगा तगड़ा झटका, परिवार में खुशी का माहौल
ऋतु फोगाट के एमएमए में जाने के फैसले ने भारतीय रेसलिंग फेडरेशन को तगड़ा झटका दिया है। फेडरेशन ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में लखनऊ में हुई महिलाओं की सीनियर राष्ट्रीय रेसलिंग कैंप से ऋतु ने चोट का बहाना बनाकर उन्हें अंधेरे में रखा। भारतीय रेसलिंग फेडरेशन के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर तोमर ने कहा कि ऋतु को हमें यह बात पहले ही बतानी चाहिए थी। उन्होंने पिछले सप्ताह फोन पर कहा था कि वह चोटिल हैं। उन्होंने इच्छा जताई कि उनके वजन वर्ग में छोटी बहन संगीता देश का प्रतिनिधित्व करें। तोमर ने कहा कि हमने ऋतु फोगाट में काफी इंवेस्टमेंट किया है। यह हमारे लिए बड़ा नुकसान है।’ फिलहाल एमएमए से जुड़ने के कारण ऋतु फोगाट के हाथ से 2020 टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने का मौका फिसल गया है।
ऋतु फोगाट के एमएमए में जाने के फैसले से हरियाणा के बलाली गांव में उनके परिवार में जश्न का माहौल है। ऋतु के पिता व पूर्व रेसलर महावीर फोगाट ने कहा कि यह एक रात में लिया गया फैसला नहीं है। मेरी बेटी काफी समय से एमएमए की जबरदस्त फैन रही है। उन्होंने कहा कि एक दिन ऋतु ने मुझसे कहा था कि वह एमएमए में अपने हाथ आजमाना चाहती है।
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