पहले गोवा नेशनल गेम नवंबर 2016 में होने वाले थे। लेकिन अब एक बार फिर इनको स्थगित कर दिया गया है। राज्य चुनावों से लेकर तैयारियों तक कई तरह के कारणों के कारण इसमें देरी चली आ रही है। अब खेल आयोजकों ने कहा है कि वे मार्च और अप्रैल में भी गेम्म नहीं करवा पाएंगे। इस बार इसके पीछे कारण दिया जा रहा है लोकसभा चुनाव।
नेशनल गेम्स का 36 वां एडिशन 30 मार्च से 14 अप्रैल तक गोवा के विभिन्न स्थानों में आयोजित किया जाना था। अब कहा जा रहा है इनको सितंबर और अक्टूबर में किया जाएगा।
भारतीय ओलंपिक संघ के बैनर तले आयोजित खेलों को 2011 में गोवा में सम्मानित किया गया था। हालांकि, आयोजकों ने कहा कि झारखंड और केरल में 34वें और 35वें एडिशन के संचालन में देरी ने उनकी तैयारियों को प्रभावित किया है।
यह याद किया जाना चाहिए कि गोवा में आयोजित पिछले मल्टी डिसीप्लीन इवेंट लुसोफ़ोनिया गेम्स जो पुर्तगाली भाषी क्षेत्रों के लिए एक इवेंट माना जाता है इसको करवाने में भी देरी और विवादों का सामना करना पड़ा था। नेशनल गेम्स के लिए गोवा ने 400 करोड़ रुपये का बजट अलग रखा था। उन्होंने आयोजन के लिए केंद्र सरकार से 225 करोड़ रुपये मंजूर करने का भी अनुरोध किया था।
इवेंट में 37 तरह के गेम्म होने चाहिए थे जो डिसीप्लीन और एथलीटों की संख्या के लिहाज से सबसे बड़ा गेम बन गया था। हालांकि, गोवा में सुविधाओं की कमी के कारण दो खेल शूटिंग और साइकिलिंग नई दिल्ली में आयोजित किए जाने थे।
नई डेट्स के कारण इवेंट में किसी तरह का बदलाव भी देखने को मिल सकता है जिसके बारे में अभी जानकारी नहीं दी गई है। यह भी देखा जा सकता है कि सितंबर और अक्टूबर के बाद से देश के शीर्ष एथलीट गेम्स में भाग लेंगे क्योंकि कई विश्व चैम्पियनशिप के लिए ये महीने जरूरी साबित होंगे। 2020 के ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट एक ही समय में आयोजित किए जाएंगे।