टीनएज ऐसी उम्र है जब माता-पिता को अपने बच्चों के बारे में बहुत ख्याल रखना पडता है। इस उम्र में अगर बच्चों के साथ दोस्त की तरह घुल मिलकर रहा जाए तो यह रिश्ता मजबूत हो जाता है और उन्हें सही गलत की पहचान भी करवा सकते हैं। जानें, किस तरह बच्चों के साथ व्यवहार करें
न बनाएं दबाव
कई बार माता पिता घर में बच्चों पर ज्यादा दबाव बनाने की स्थिति में रहते हैं। बच्चों की हर हरकत पर नजर जरूर रखनी चाहिए लेकिन उन पर वेवजह दबाव नहीं बनाएं और जीने की आजादी दें।
बच्चों को दें समय
इस उम्र में अपने बच्चों के साथ कुछ वक्त भी बिताना चाहिए और उनकी परेशानी,सुझाव सुनकर गौर भी करना चाहिए जिससे आप उन्हें समझ सकें और वो आपको।
पॉजिटिव नजरिया रखें
मां बाप को अपने बच्चों की हर परेशानी पर ध्यान देना चाहिए ओर हर वक्त लेक्चर देने की बजाय एक अच्छे दोस्त की तरह उनकी भी बात सुननी चाहिए जिससे बच्चे तनावग्रस्त न हो।
तारीफ भी करें
पेरेंटस को चाहिए कि वह बच्चों की तारीफ भी करें जिससे टीनएज में बच्चे मोटिवेट रहें और उन्हें अच्छे बुरे का ज्ञान भी रहे। समय-समय पर प्रोत्साहित करने से वह करियर में आगे बढने लगेंगे।
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ताना देने व डांटने से बचें
कई पेरेंटस अपने बच्चों को हमेशा ताना देते हैं या डांटते रहते हैं जिससे वह डिप्रेशन में आ जाते हैं। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए बच्चों को डांटने की बजाय प्यार से उन्हें समझाना चाहिए जिससे वह आपकी बात समझ भी जाएं और पॉजिटिव भी रहें।
हंसे और हंसाएं
जब भी आप बच्चों के साथ वक्त बिताएं तो कोशिश करें कि उनके चेहरे पर हमेशा खुशी रहें और उन्हें बातों बातों में हंसाते भी रहे जिससे घर परिवार में भी खुशहाली बनी रहे।