कौन हैं जीसी अनुपमा जो ASI की पहली महिला प्रेसिडेंट बनी हैं?

Views : 7880  |  0 minutes read
Dr.G-C-Anupama

जीसी अनुपमा को एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एएसआई) का अध्यक्ष चुना गया है जो देश में प्रोफेशनल खगोलविदों की प्रमुख बनने वाली पहली महिला हैं।

सोसाइटी की वेबसाइट के अनुसार पिछले हफ्ते आयोजित तीन साल के कार्यकाल 2019-22 के लिए एएसआई कार्यकारी परिषद के चुनाव में वह इस पद के लिए चुनी गईं।

Dr.G-C-Anupama
Dr.G-C-Anupama

जीसी अनुपमा के बारे में

1. वर्तमान में बैंगलोर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (IIA) के डीन और वरिष्ठ प्रोफेसर, भारतीय कोर टीम में हैं जो ‘थर्टी मीटर टेलीस्कोप’ (TMT) प्रोजेक्ट की स्थापना में लगी अंतर्राष्ट्रीय टीम का हिस्सा है। संयुक्त राज्य अमेरिका (हवाई) में इस प्रोजेक्ट की लागत बिलियन अमरीकी डालर से अधिक है।

2. टीएमटी एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना है जिसे कनाडा, चीन, भारत, जापान और अमेरिका के वैज्ञानिक संगठनों द्वारा फाइनेंस किया जा रहा है।

3. अनुपमा, जिन्होंने आईआईए बैंगलोर से पीएचडी की और पुणे में इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (आईयूसीएए) में डॉक्टरेट के बाद काम किया, 1994 से आईआईए बैंगलोर में एक फेकल्टी हैं।

4. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में एस्ट्रोफिजिक्स (सुपरनोवा) पर कई पेपर प्रस्तुत किए हैं और कुछ साल पहले लद्दाख के लेह में हिमालयी टेलीस्कोप के डिजाइन और स्थापना के लिए प्रोजेक्ट चार्ज भी थीं।

Dr.G-C-Anupama
Dr.G-C-Anupama

5. लेह टेलीस्कोप दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई पर अकेला टेलीस्कोन है और वैज्ञानिक समुदाय के लिए मूल्यवान डेटा प्रदान करता रहा है।

6. अनुपमा बुलेटिन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ़ इंडिया (2004-10) की संपादक रही हैं।

7. अनुपमा को कर्नाटक सरकार के सीवी रमन यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है।

एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (ASI) के बारे में

एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की स्थापना 1972 में हुई थी और भारत में लगभग 1000 सदस्यों के साथ पेशेवर खगोलविदों का प्रमुख ग्रुप यह बन गया है।

इसका उद्देश्य भारत में खगोल विज्ञान और विज्ञान की संबंधित शाखाओं का प्रचार करना है। वैज्ञानिक मीटिंग का आयोजन इसमें किया जाता है और खगोल विज्ञान और इसी तरह की अन्य गतिविधियों को लोकप्रिय बनाने का समर्थन करता है।

COMMENT