जैसा कि आप सभी को पता ही होगा कि एक लंबे विचार विमर्श के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस द्वारा अपना नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बुपेश बघेल को मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।
15 साल बाद कांग्रेस पार्टी को वापस पावर में लाने के पीछे बुपेश बघेल का बड़ा हाथ रहा है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में 90 सीटों में से 68 सीटों पर जीत दर्ज की थी और रमन सिंह सरकार को पूर्ण बहुमत से हराया।
1961 में एक किसान के परिवार में पैदा हुए बघेल ने 1986 में भारतीय युवा कांग्रेस में शामिल होने के साथ अपना राजनीतिक कॅरियर शुरू किया। 1990 में उन्हें यूथ कांग्रेस का प्रेसिडेंट बना दिया गया। 1993 में उन्हें पाटन से विधायक का चुनाव लड़ाया गया और उन्होंने चुनाव में जीत दर्ज की। उन्होंने अगले चुनाव में भी अपनी सीट बरकरार रखी।
2000 में छत्तीसगढ़ के निर्माण के बाद बघेल 2003 के चुनावों के दौरान अपनी सीट बरकरार रखने में कामयाब रहे। उन्होंने 2003 से 2008 तक छत्तीसगढ़ विधान सभा में विपक्ष के उप नेता के रूप में कार्य किया।
1993 से छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के संरक्षक बघेल का नाम विवादों में उलझा हुआ है। उन पर राज्य मंत्री की ‘फर्जी’ सेक्स सीडी प्रसारित करने का आरोप था। सीबीआई अदालत ने उन्हें 14 दिनों के लिए जेल भी भेजा था। हालांकि बघेल ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था। उन्होंने खुद को बचाने के लिए एक वकील नियुक्त करने से इंकार कर दिया था।
इस पर बघेल ने कहा था कि मैं निर्दोष हूं। ब्लैक फ्लैग प्रदर्शन के बाद सरकार मुझे फंसा रही है। लोग इस मामले का जवाब देंगे। बघेल ने कहा था कि उनके खिलाफ आरोपों का खंडन किया जाए। बुपेश बघेल आज ही के दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।