क्या लेफ्टिनेंट नचिकेता की तरह अभिनंदन को भारत वापस लाया जा सकता है ?

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भारत पाकिस्तान के बीच हवाई तनातनी के बीच वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे में है। विंग कमांडर अभिनंदन जिन्होंने कल फाइटर जेट मिग 21 से उड़ान भरी जिसके बाद पाकिस्तान के जवाबी हमले में अभिनंदन के जेट को मार गिराया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया।

हालांकि पहले पाकिस्तान दो पायलटों की गिरफ्तारी का दावा कर रहा था। भारत ने अधिकारिक बयान में एक पायलट के पाकिस्तान में होने की बात कबूली है और पाकिस्तान को कड़े शब्दों में विंग कमांडर अभिनंदन की सुरक्षा की बात कहते हुए उनकी वापसी सुनिश्चित करने को कहा है।

ऐसे में कल से यह एक तकनीकी सवाल उठ रहा है कि क्या विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान से वापस सकुशल लाया जा सकता है। क्या कोई तकनीकी पेंच है जिसकी वजह से अभिनंदन की वापसी हो पाएगी ?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा मामला कारगिल युद्ध के दौरान भी सामने आया था जब 26 साल के फ्लाइट लेफ्टिनेंट के. नचिकेता को पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया था, हालांकि बाद में उनकी सकुशल भारत वापसी हो सकी थी।

क्या था नचिकेता का मामला

करगिल युद्ध के समय प्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता मिग एयरक्राफ्ट उड़ा रहे थे। वायुसेना के उनको आदेश थे कि एलओसी पार नहीं करनी है। आक्रमण के बाद जब वो नीचे उतरे तो उन्हें पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया।

लेकिन हफ्ते भर पाकिस्तान की कैद में रहने के बाद पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने उनको रिहा करने का फैसला किया। जाहिर तौर पर पाकिस्तान अपनी तरफ से एक सद्भाव का संदेश देना चाहता था।

पाकिस्तान और भारत की बातचीत हुई और पायलट को दूतावास छोड़ा गया जहां से उन्हें वाघा में उनकी सेना के हवाले कर दिया गया। नचिकेता के मामले में यह देखा गया था कि पाकिस्तान में उनके साथ किसी भी तरह का कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया था।

अभिनंदन के मामले में भारत के विकल्प

जेनेवा प्रोटोकॉल युद्ध जैसा कि हम जानते हैं कि युद्ध के दौरान या युद्धबंदियों पर ही जेनेवा कन्वेंशन लागू होता है, ऐसे में अभिनंदन के जारी वीडियो में पाकिस्तान उनके साथ मानवीय व्यवहार कर रहा है जो कि एक अच्छी बात है। भारत के पास इस मामले में यह विकल्प खुले हैं कि नचिकेता जैसे ही प्रक्रिया कर अभिनंदन को रिहा करवाना चाहिए।

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