पश्चिम बंगाल में पहले से ही 1200 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में सौर पैनल लगाए गए थे और अब राज्य सरकार सूची में 1000 और संस्थान जोड़कर ठोस कदम उठाने जा रही है।
बिजली और गैर परंपरागत ऊर्जा संसाधन मंत्री सोबंदेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि सौर विद्युतीकरण कार्यक्रम आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ाया जाएगा। मंत्री ने आगे कहा कि उन शैक्षिक संस्थानों के उपयोग के लिए अब सौर पैनलों के माध्यम से कुल 21 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।
सोबंदेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि ये 1200 पैनल 5 किलोवाट से 20 किलोवाट बिजली उत्पादन कर रहे हैं। ऐसे सौर पैनल अब एक वर्ष के भीतर 1000 और शैक्षिक संस्थानों में स्थापित किए जाएंगे।
हाइडल पावर परियोजनाओं की योजना बनाई गई
चट्टोपाध्याय ने कहा कि उनका विभाग पुरुलिया जिले के अयोध्या हिल्स के विभिन्न हिस्सों में जल विद्युत शक्ति का उपयोग कर 1000 मेगावाट 900 मेगावाट की दो पंप वाली स्टोरेज परियोजनाएं भी स्थापित कर रहा है।
जब 2011 में ममता बनर्जी सरकार सत्ता में आई तो गैर-पारंपरिक बिजली का उपयोग कर केवल 85 लाख परिवार कर रहे थे जो अब 1.85 करोड़ पहुंच गए हैं।