केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देशवासियों को महंगे पेट्रोल-डीजल से निजात दिलाने के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। एक बैठक को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि मैं अगले 2-3 दिनों में एक फाइल पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं, जिसमें कार निर्माताओं को 100 फीसदी बायो-एथेनॉल से चलने वाले इंजन बनाने के लिए कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार एथेनॉल की बढ़ी हुई आपूर्ति के साथ फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाले वाहनों को जल्द ही पेश करने की योजना बना रही है। मंत्री गडकरी ने कहा कि 100 फीसदी बायो-एथेनॉल पर चलने वाले फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों के रोलआउट के साथ ही एथेनॉल की मांग तत्काल चार से 5 गुना तक बढ़ जाएगी।
अगले कुछ महीनों में अनिवार्य होंगे फ्लेक्स फ्यूल इंजन
आपको बता दें कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ समय पहले बताया था कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की निर्भरता को कम करने के लिए नया तरीका ईजाद किया है। उन्होंने कहा था कि सरकार फ्लेक्स फ्यूल इंजन को अगले कुछ महीनों में अनिवार्य करने जा रही है। ये नियम हर तरह के वाहनों के लिए बनाया जाएगा। इसके तहत सभी वाहन कंपनियों को आदेश दिए जाएंगे कि वे वाहनों में फ्लेक्स फ्यूल इंजन का इस्तेमाल करें।
फिलहाल देश में तीन एथेनॉल स्टेशन, सौ स्टेशन खुलेंगे जल्द
गौरतलब है कि भारत में फिलहाल महाराष्ट्र का पुणे ही एकमात्र शहर है, जहां तीन एथेनॉल डिस्पेंसिंग स्टेशन हैं। इसी साल पांच जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में E-100 एथेनॉल डिस्पेंसिंग स्टेशन की शुरुआत की थी। जानकारी के मुताबिक, मोदी सरकार के इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत पुणे में कुछ एथेनॉल फ्यूल बेस्ड गाड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ब्राजील में सबसे अधिक मात्रा में होता है एथेनॉल का उत्पादन
साउथ अमेरिकी देश ब्राजील में सबसे ज्यादा गन्ने का उत्पादन होता है। यही वजह है कि ब्राजील में एथेनॉल का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है। एथेनॉल के उत्पादक देशों में ब्राजील अन्य देशों से काफी आगे है। उसने 40 साल पहले एथेनॉल पर काम करना शुरू कर दिया था। इसकी वजह से ब्राजील ने हाल के वर्षों में तेल की खरीद घटा दी।
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