टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का जलवा हर तरफ कायम है। आईसीसी अवार्ड्स में विराट का दबदबा देख हर किसी ने यह माना है सच में वो बेमिसाल है क्योंकि क्रिकेट इतिहास में आईसीसी के टॉप-3 अवार्ड जीतने वाले कोहली पहले क्रिकेटर बन गए हैं।
कोहली को आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर के रूप में सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी के साथ आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर और आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया है।
अपने कप्तानी गुर से टीम इंडिया को हर मोड़ पर जीत दिलवा कोहली को वनडे और टेस्ट टीम दोनों का कप्तान भी बनाया गया है जो कि एक खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ा सम्मान है।
इसलिए मिला अवार्ड
विराट कोहली को इसलिए अवार्ड मिला क्योंकि कोहली ने 13 टेस्ट में 55.08 की औसत से 1322 रन बनाए, जो उन्होंने पांच शतकों के साथ पूरे किए। वहीं 14 वनडे में कोहली ने 133.55 के औसत से 1202 रन ठोके जहां उन्होंने 6 शतक लगाए। इसके अलावा 20 इंटरनेशनल मैचों में 211 रन भी विराट ने अपने नाम किए।
30 साल के विराट कोहली को जब लाइमलाइट मिली जब 2008 में टीम इंडिया ने मलेशिया में आयोजित आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। विराट ने लगातार तीसरे साल क्रिकेट में 2500 से ज्यादा रन एक साल में बनाए हैं।
कोहली ने जताई खुशी
अवॉर्ड जीतने के बाद विराट कोहली ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘लगातार दूसरी बार यह प्रतिष्ठित अवार्ड जीतकर खुश हूं। जब टीम ने पूरे साल में बेहतर किया हो और उसमें मेरी परफॉर्मेंस का भी योगदान हो, तो अच्छा महसूस होता है।’
वहीं आगे बोलते हुए उन्होंने कहा ‘आईसीसी द्वारा अवॉर्ड देने की पहल से क्रिकेटरों को और अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। मेरे लिए साल 2018 शानदार बीता। मैंने शायद ऐसी कल्पना भी नहीं की थी। अगर आपके इरादे पोजिटिव हो और आप कड़ी मेहनत करें, तो ऐसे ही परिणाम सामने आते हैं। मुझे लगता है खिलाड़ी का इरादा टीम की बेहतरी के लिए खेलना ही होता है।’