रूस की फार्मा कंपनी स्पूतनिक-वी भारत में कोरोना वैक्सीन की वॉयल यूनिट और एक उत्पादन प्लांट लगाने जा रही है। केरल सरकार, रूस के आरडीआईएफ (रूसी प्रत्यक्ष निवेश फंड) के साथ एक समझौता करने जा रही है। जानकारी के अनुसार, कोरोना रोधी वैक्सीन स्पूतनिक-वी के लिए रूस की नोडल एजेंसी आरडीआईएफ के साथ यह समझौता, इस वैक्सीन के वॉयल यानि शीशियों को भरने के लिए एक इकाई स्थापित करने के लिए होने जा रहा है। अगर सब योजना के अनुरूप रहा तो जल्द ही राज्य में एक स्पूतनिक-वी टीका उत्पादन प्लांट स्थापित होगा।
आरडीआईएफ ने केरल सरकार के प्रस्ताव में रुचि दिखाई
राज्य के मुख्य उद्योग सचिव डॉ. के इल्लनगोवन ने कहा कि आरडीआईएफ ने केरल सरकार की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव में रुचि दिखाई है। केरल सरकार ने यह प्रस्ताव भारत में रूस के राजदूत निकोलाइ कुदाशेव के माध्यम से भेजा है। उन्होंने कहा, ‘हमें इसमें दो विकल्प दिए गए हैं। पहला, लाइफ साइंस पार्क में एक ग्रीन फील्ड परियोजना और दूसरा, शीशियों को भरने के लिए, जो कि तात्कालिक परियोजना है। इसलिए कम और लंबी अवधि के लिए परियोजनाएं हैं।’
उन्होंने कहा कि कम अवधि की परियोजना के लिए जिसे केरल अंतिम रूप देना चाहता है, राज्य औषधि एवं फार्मास्यूटिकल्स (केएसडीपीएल) अहम भूमिका निभाएगा। डॉ. इल्लनगोवन ने कहा कि भूमि आवंटन को लेकर कुछ बदलावों पर काम किया जा रहा है। कोरोना टीका बनने के बाद बड़ी मात्रा में स्पूतनिक टीकों को यहां लाया जा सकेगा और उन्हें शीशियों में भरा जा सकेगा। लंबी अवधि की परियोजना में स्पूतनिक-वी टीके का उत्पादन प्लांट बनाना है, जिस पर बात हो रही है। डॉ. इल्लनगोवन ने आगे कहा कि उत्पादन इकाई की स्थापना की परियोजना को अंतिम रूप देने के लिए वार्ताएं की जा रही हैं।
लाइफ साइंसेज के क्षेत्र में ‘पार्क’ एक पहला बड़ा कदम
गौरतलब है कि लाइफ साइंसेज के क्षेत्र में ‘लाइफ साइंसेज पार्क’ केरल सरकार का एक बड़ा कदम है। यह केरल राज्य औद्योगिक विकास कॉरपोरेशन (केएसआईडीसी) की पहल है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि यह लाइफ साइंसेज पार्क शोध संस्थानों, साइ-टेक एकेडेमिया तथा बायोटेक्नोलॉजी, नैनोटेक्नोलॉजी व लाइफ साइंस के क्षेत्र में काम करने वाली विभिन्न कंपनियों का एक क्लस्टर है।
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