देशभर में 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण संभव नहीं, राज्यों ने कहा- नहीं है वैक्सीन

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सरकार ने भले ही 1 मई से देशभर में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण करने की घोषणा कर दी, लेकिन यह फिलहाल तो संभव नज़र नहीं आ रहा है। कोरोना वैक्सीन के भंडारण को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें आमने-सामने आ चुकी हैं। यही नहीं इस बार कुछ भाजपा शासित राज्यों ने भी कहा कि उनके पास वैक्सीन का पर्याप्त भंडारण नहीं है। इसलिए एक मई से वैक्सिनेशन का चौथा चरण शुरू नहीं कर सकते हैं। वहीं, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश सहित 10 से भी ज्यादा राज्य सरकारें 18 साल से अधिक आयु वालों के टीकाकरण शुरू करने से इनकार कर चुकी हैं।

केंद्र सरकार का कहना है, देश में टीके का कोई संकट नहीं

उधर, केंद्र सरकार के एक बयान ने सबको हैरान कर दिया। केंद्र के मुताबिक, देश में टीके का कोई संकट नहीं है। राज्यों के पास कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध है। बुधवार को तीन घंटे में 80 लाख लोगों ने टीके के लिए रजिस्ट्रेशन किया था, जबकि उस दौरान राज्यों के पास केवल टीका की 90 लाख खुराक ही मौजूद थी, जिनका 29 और 30 अप्रैल को भी इस्तेमाल किया जाना था। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल ने कहा कि देश में टीकाकरण का चौथा चरण एक मई से शुरू होगा। हालांकि, कुछ जगहों पर ही 18 साल से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन मिल सकती है।

राज्यों में वैक्सीन की काफी खुराक बर्बाद हुई हैं: केंद्र

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्य कोरोना वैक्सीन न होने का हवाला दे रहे हैं, लेकिन ज्यादातर राज्यों में काफी खुराक बर्बाद हुई हैं। मंत्रालय ने जानकारी दी है कि तमिलनाडु ने अब तक 8.83, असम ने 7.70 और मणिपुर ने 7.44 फीसदी खुराक बर्बाद की हैं। हरियाणा में 5.72, दादर नागर हवेली में 4.99, पंजाब में 4.98, बिहार में 4.95, नागालैंड में 4.13, मेघालय में 4.01 खुराक बर्बाद हुई हैं। इनके अलावा देश में सबसे ज्यादा लक्षद्वीप ने 9.76 फीसदी डोज अब तक बर्बाद की हैं।

मंत्रालय ने बताया कि राजस्थान और महाराष्ट्र सरकार वैक्सीन न होने का हवाला दे रही हैं। जबकि राजस्थान को अब तक 1.36 करोड़ डोज मिली हैं, जिनमें से 1.33 करोड़ खर्च हुई हैं। इनके अलावा महाराष्ट्र में 1.63 करोड़ डोज दी गईं और इनमें से 1.59 करोड़ खर्च हुई हैं। उत्तर प्रदेश को 1.41 करोड़ डोज दी गईं और वहां 1.28 करोड़ डोज ही खर्च हुई हैं। इनमें बर्बाद होने वाली खुराक का भी आंकड़ा शामिल है।

महज तीन दिन में करीब 3 करोड़ लोगों ने कराया पंजीयन

आपको जानकारी के लिए बता दें कि 28 अप्रैल से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का कोविन वेबसाइट/ऐप पर रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया। कोविन वेबसाइट पर वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों का पंजीयन कुछ घंटों में ही करोड़ों में पहुंच गया। यहां महज तीन दिन में ही 2.45 करोड़ से ज्यादा लोग वैक्सीन लगवाने के लिए अपना आवेदन कर चुके हैं, जबकि राज्य सरकारों के पास वैक्सीन की मात्र 1.20 करोड़ डोज ही अभी है।

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