दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक ताकत माना जाने वाला अमेरिका एक बार फिर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। अमेरिका में एक बार फिर शटडाउन यानि काम बंदी शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि यह इतिहास का अब तक का सबसे लंबा शटडाउन है।
कब और क्यों हुआ शटडाउन का ऐलान ?
आपको पूरे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि समझने के लिए पहले डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के समय किए गए वादों पर एक नजर डालनी होगी। चुनाव के समय ट्रंप ने वादा किया था कि वो राष्ट्रपति बनने के बाद पड़ोसी देश मेक्सिको से होने वाली अवैध एंट्री पर नकेल कसेंगे। वहीं लोगों को आने से रोकने के लिए सरहद पर एक दीवार भी बनाएंगे।
इसी वादे को पूरा करने के लिए ट्रंप ने अब इस दिशा में कदम तेज किए। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए संसद से अतिरिक्त बजट की ट्रंप ने की जिसे डेमोक्रैटिक पार्टी के सांसदों ने खारिज कर दिया।
दीवार बनाने के लिए 40 हजार करोड़ रुपये की मांग की गई थी जिसे ठुकरा दिए जाने के बाद अमेरिका में तुरंत शटडाउन का ऐलान कर दिया गया। फिलहाल शटडाउन 22वें दिन तक आ चुका है जिसने राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के समय हुए 21 दिनों के शटडाउन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
शटडाउन का ऐलान होते ही हजारों की संख्या में सरकारी कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है। पिछले 22 दिनों से किसी को वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
ये शटडाउन होता क्या है ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में एक ऐसा नियम होता है जब वहां किसी काम को लेकर पैसे या बजट की दिक्कत सामने आती है तो संघीय कर्मचारियों को लंबी छुट्टी पर भेज दिया जाता है। इसको एंटी-डिफिशिएंसी ऐक्ट कहा जाता है।
वहीं शट-डाउन के समय कुछ कर्मचारियों को ना आने के लिए कहा जाता है या उन्हें सैलरी नहीं दी जाती है। अब तक अमेरीका में 1976 के बाद से लगभग 18 बार शटडाउन हो चुका है।