सरकार से टकराव का सिलसिला है काफी पुराना, अब तक इन गवर्नरों ने दिया है इस्तीफा ?

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पांच राज्यों के चुनाव परिणामों की घोषणा होने से ठीक एक दिन पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

इस्तीफा देने वाले उर्जित पटेल आरबीआई के चौथे गवर्नर बने

उर्जित पटेल आरबीआई प्रमुख के रूप में पद छोड़ने वाले देश के केंद्रीय बैंक के इतिहास में चौथे व्यक्ति बन गए हैं। वहीं अगर हम पीछे जाकर 43 साल पहले देखें तो पटेल आधिकारिक तौर पर इस्तीफा देने वाले पहले भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर हैं, क्योंकि इससे पहले रिजर्व बैंक के किसी गवर्नर का इस्तीफा 1975 में हुआ था।

इसके अलावा, रघुराम राजन के विस्तार के साथ, यह 1992 के बाद से दूसरी बार था जब भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख ने केंद्रीय बैंक के प्रमुख ने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया हो। उर्जित पटेल का इस्तीफा “निजी कारणों” की वजह से हो सकता है लेकिन इससे पहले, केंद्रीय बैंक और सरकार के बीच हुए टकराव के बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नरों ने इस्तीफे दिया है।

1. सर ओसबोर्न स्मिथ (1935-1937)

पहली बार केंद्रीय बैंक प्रमुख ने आधिकारिक तौर पर इस्तीफा दिया था जब आरबीआई के गवर्नर (तत्कालीन इंपीरियल बैंक) सर ओसबोर्न स्मिथ ने अपने कार्यकाल के साढ़े तीन साल पूरे किए थे। आरबीआई के अनुसार, “सर ओसबोर्न ने अपने कार्यकाल के दौरान किसी भी बैंक नोट पर हस्ताक्षर नहीं किए।” ब्याज और विनिमय दरों पर सरकार के साथ उनके मतभेदों के बाद उनका इस्तीफा हुआ। आरबीआई का कहना है, “विनिमय दर और ब्याज दरों जैसे नीतिगत मुद्दों पर उनका दृष्टिकोण सरकार से अलग था।”

2. बेनेगल राम राउ (1949 -1957)

दूसरी बार केंद्रीय बैंक गवर्नर ने इस्तीफा जब बेनेगल राम राउ चौथे आरबीआई गवर्नर के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे। आरबीआई के मुताबिक, “वित्त मंत्री के साथ मतभेदों के कारण दूसरे कार्यकाल को खत्म होने से पहले उन्होंने जनवरी 1957 में इस्तीफा दे दिया।

भारतीय सिविल सेवा के सदस्य, राउ केंद्रीय बैंक के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले गवर्नर रहे। उनके कार्यकाल में योजना युग के आरंभ के साथ-साथ सहकारी ऋण और औद्योगिक वित्त के क्षेत्र में कई पहलों की शुरूआत हुई।

उस समय की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सरकार के साथ उनके टकराव के बाद ही उनका इस्तीफा आया। तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के वित्त मंत्री टीटी कृष्णमचारी के साथ उन्होंने इस्तीफा दे दिया और यह स्पष्ट किया कि आरबीआई वित्त मंत्रालय का विभाग था।

3. एस जगन्नाथन (1970-1975)

तीसरा इस्तीफा दसवें आरबीआई गवर्नर एस जगन्नाथ की तरफ से आया और इस बार सरकार के साथ टकराव जैसी कोई खबर नहीं आई। उन्होंने आईएमएफ (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) में भारतीय कार्यकारी निदेशक बनने के लिए इस्तीफा दे दिया।

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