भारत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है और साथ ही यहां औसतन मौतों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों से अस्पतालों पर ज्यादा काम करने का दवाब बढ़ गया है। यहां तक अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन व अन्य जरूरी मेडिकल सामग्रियों की कमी होती जा रही है। हालांकि, कोरोना महामारी से भारत की जंग में साथ देने के लिए कई देशों ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। कई देश और विदेशी एजेंसियां भारत को जरूरी मेडिकल सप्लाई भेज रही हैं। अब संयुक्त राष्ट्र यानि यूएन की कई एजेंसियों ने भी कोरोना से निपटने के लिए भारत को करीब 10 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और करीब एक करोड़ मेडिकल मास्क भेजे हैं।
भारत के लिए वेंटिलेटर और ऑक्सीजन संयंत्र भी खरीदे
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने अपने एक बयान में कहा, ‘भारत में संयुक्त राष्ट्र का दल महामारी से निपटने के लिए राष्ट्रीय और स्थानीय दोनों सरकारों का सहयोग कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या निधि (यूएनएफपीए) ने करीब 10 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, एक करोड़ मेडिकल मास्क और 15 लाख से अधिक फेस शील्ड भारत को भेजे हैं। संयुक्त राष्ट्र के दल ने भारत के लिए वेंटिलेटर और ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र भी खरीदे हैं।
टीकों को रखने के लिए ‘कोल्ड चेन’ उपलब्ध करा रहा यूनिसेफ
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि उनके सहायता दल ने भारत को जांच मशीनें और पीपीई किट के साथ ही थर्मल स्कैनर भी भेजे हैं। आपको बता दें कि यूनिसेफ और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) भारत में 1,75,000 से अधिक टीकाकरण केंद्रों की निगरानी करने में मदद कर रहा है। इसके साथ ही भारत को कोरोना टीकों को रखने के लिए ‘कोल्ड चेन’ उपकरण भी उपलब्ध करा रहा है। गौरतलब है कि डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के 46 प्रतिशत मामले भारत में हैं और पिछले हफ्ते कोविड-19 महामारी से दुनियाभर में जान गंवाने वाले लोगों में 25 प्रतिशत लोगों की मौत भारत में हुई।
Read More: खानाबदोश, कैदी, साधु और भिखारियों को बिना पहचान पत्र के लगेगा कोरोना टीका