केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता उमा भारती ने बुलंदशहर में हुई हिंसा को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उमा भारती ने कहा है कि अगर योगी सरकार सजग होती तो यह घटना नहीं होती।
उमा भारती ने कहा कि ये ऐसे संकेत हैं जिस पर योगी आदित्यनाथ को ध्यान देने की जरूरत है। इतनी बड़ी संख्या में लोग वहां थे। ये बहुत ही दुखद है साथ ही चिंता जनक भी है। अगर योगी आदित्यनाथ ध्यान देते तो ऐसा नहीं होता।
इसके अलावा उमा भारती ने अगले साल लोकसभा चुनाव न लड़ने की भी बात की है। राममंदिर को लेकर उमा भारती ने कहा कि सभी पार्टियों को आपसी सहमति से तय करना होगा वहीं से राम मंदिर का रास्ता निकलेगा। उमा भारती ने कहा है कि डेढ़ साल तक उनका फोकस राम मंदिर और गंगा सफाई पर रहेगा।
लोकसभा चुनाव छोड़ने की बात करने के साथ ही उमा भारती ने कहा है कि वे मरते दम तक राजनीति करेंगी। आगे उमा भारती ने कहा कि वे 15 जनवरी से गंगा प्रवास करेंगी।
उमा भारती ने साफ किया कि पार्टी को जब भी जरूरत पड़ेगी वे प्रचार और हर चीज के लिए उपलब्ध रहेंगी।
इसके अलावा उमा भारती से ईवीएम को लेकर भी सवाल किए गए थे जिस पर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने सभी दलों को बुलाया था और साबित करने को कहा था कि ईवीएम हैक कैसे होती है। लेकिन वहां कोई नहीं पहुंचा।