दुनिया में लोगों के अजीबो-गरीब शौक होते हैं, हम भी एक ऐसे ही शख्स का जिक्र कर रहे हैं जिसने अपने जुनून की वजह से 110 लडाकू विमानों का संग्रह किया है। यह चौंकाने वाली बात है कि इस शख्स के पास बांग्लादेश और श्रीलंका से भी ज्यादा लड़ाकू विमान मौजूद है।
फ्रांस के बिओने टाउन के रहने वाला 87 वर्षीय मिशेल पोंट है। उसके पास दुनिया का सबसे बड़ा प्राइवेट फ्लीट जिसमें 110 लड़ाकू विमान शामिल हैं। वह तब चर्चा में आए जब उनके इस फ्लीट में अमेरिका का अत्याधुनिक एफ-16 को शामिल किया गया।
मिशेल अपने कॅरियर में पहले पायलट भी रह चुके हैं और यह जुनून उनको सेना के दिनों में शुरू हुआ। यह उसकी दुनियाभर के पुराने विमानों को नष्ट होने से बचाने की कोशिश का ही नतीजा है। उन्हें इस प्रकार के संग्रहालयों को खोलने की अनुमति दी है।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज
ग्लोबल फायर इंडेक्स, 2019 के मुताबिक बांग्लादेश के पास कुल 90 लड़ाकू विमान हैं जबकि श्रीलंका के पास कुल 76 एयरक्राफ्ट हैं जिसमें हेलीकॉप्टर भी शामिल हैं। वह दुनिया में अकेले ऐसे शख्स हैं जिनके पास इतनी बड़ी संख्या में हवाई जहाज हैं। उसके गार्डन में मौजूद लड़ाकू विमानों की बड़ी संख्या के कारण इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। हालांकि उनके संग्रहालय में मौजूद विमानों में से कोई भी उड़ान भरने में सक्षम नहीं है।
यही नहीं उनके इस निजी म्यूजियम को देखने के लिए प्रति वर्ष दुनिया भर के करीब 40 हजार पर्यटक आते हैंं। इन पर्यटकों से होने वाली आय से ही वह नए लड़ाकू विमानों को खरीदता है। जिससे उनके बेड़े में विमानों की संख्या बढ़ सके।
मिशेल ने लड़ाकू विमानों को संग्रहित करने का कार्य वर्ष 1980 में शुरू कर दिया था। पहला लड़ाकू विमान सेना की तरफ से उन्हें एक रेस जीतने पर पुरस्कार स्वरूप मिला था।
उनके संग्रहालय में मौजूद हैं कुछ लड़ाकू विमान
मिग-21 लड़ाकू विमान, जो रूस द्वारा निर्मित है। इसी के उन्नत संस्करण मिग-21 बाइसन का उपयोग आज भी भारतीय वायु सेना करती है।
डीएच-112 वेनम विमान, जो ब्रिटिश मूल का सिंगल इंजन वाला विमान है। इसका उपयोग रॉयल एयरफोर्स (RAF) द्वारा स्वेज संकट के दौरान किया गया था।
फ्रांस द्वारा निर्मित सिंगल सीट और सिंगल इंजन वाला डसॉल्ट मिराज III लड़ाकू विमान है। इसे फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन द्वारा विकसित और निर्मित किया गया था।