कांग्रेस और भाजपा को विधानसभा चुनावों में चुनौती देने के लिए तीसरे मोर्चे ने अपनी तैयारी कर ली है। दरअसल आम आदमी पार्टी, निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल द्वारा नई पार्टी की घोषणा और किसान हुंकार रैली राजस्थान में किसी तीसरे मोर्चे के गठन होने की ओर लंबे समय से इशारा कर रही थी। अब आधिकृत रूप से 28 और 29 अक्टूबर को अपना चुनाव प्रचार शुरू करेंगे।
जानकारी के अनुसार 28 अक्टूबर को राजधानी जयपुर में आम आदमी पार्टी की प्रस्तावित रैली आयोजित होगी जिसकी अनुमति पर अभी संशय बरकरार है। वहीं निर्दलिय विधायक हनुमान बेनीवाल 29 अक्टूबर को जयपुर में किसान हुकांर रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन करेंगे। बेनीवाल ने अपनी रैली में भाजपा के बागी विधायक घनश्याम तिवाड़ी को भी आने का न्यौता दिया है जो खुद अपनी अलग पार्टी बना चुके हैं और राजस्थान में तीसरे मोर्चे के गठन का दावा कर रहे हैं। तिवाड़ी ने बेनीवाल के निमंत्रण के बारे में कहा है कि वो 26 अक्टूबर को अपनी पार्टी की चुनाव समिति की बैठक के बाद ही यह तय करेंगे कि वो बेनीवाल की रैली में शामिल होंगे कि नहीं। कुल मिलाकर 28 और 29 अक्टूबर के दिन प्रदेश की राजनीति के लिए काफी निर्णायक साबित हो सकते हैं जहां भाजपा और कांग्रेस को अपने विरोधियों की ताकत का अनुभव होगा।
इसलिए अहम है 28 और 29 अक्टूबर के दिन:
29 अक्टूबर को हनुमान बेनीवाल की किसान हुंकार रैली के साथ ही बेनीवाल अपनी नई पार्टी का ऐलान भी करेंगे।
बेनीवाल की रैली कई मायनों में इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि उनकी रैली में जुटने वाली भीड़ से उनकी ताकत का अंदाजा भी लगाया जा सकेगा। बेनीवाल समर्थकों का कहना है कि इस रैली में 10 लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुट सकती है।
बेनीवाल ने भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी को किसान हुंकार रैली में आने का न्यौता दिया है। यदि तिवाड़ी उनका निमंत्रण स्वीकार कर लेते हैं तो तीसरे मोर्चे के मामले को और भी ज्यादा हवा मिलेगी वहीं दोनों नेताओं का एक मंच पर आना कांग्रेस भाजपा की चिंताओ को बढ़ा सकता है।
28 अक्टूबर तक यदि आम आदमी पार्टी को जयपुर के रामलीला मैदान में रैली का आयोजन करने की अनुमति मिल जाती है तो इस रैली का नेतृत्व खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप संयोजक अरविंद केजरीवाल करेंगे।
राजस्थान में आप नेताओं का कहना है कि उनकी रैली को जमींदारा पार्टी के नेताओं का भी समर्थन मिल सकता है।