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प्रतिभा भगवान की देन होती है। ईश्वर जिनको ज्ञान देता है वो बचपन से ही प्रतिभाशाली होते हैं। इस का जीता जागता उदाहरण है अलवर में रहने वाली 9 साल की आलिया। आलिया गुप्ता को भगवान ने कमाल का दिमाग दिया है। ये बच्ची अभी तीसरी कक्षा में पढ़ती है मगर ये दसवीं कक्षा का प्री—बोर्ड एग्जाम पास कर चुकी हैं। अब ये बच्ची दसवीं कक्षा के बोर्ड एग्जाम में बैठकर उसे भी पास करना चाहती है। मगर सीबीएसई बोर्ड ने आलिया की कम उम्र होने की वजह से इसकी अनुमति नहीं दी है।
पेरेन्ट्स ने शिक्षा मंत्री से लगाई गुहार
आलिया गुप्ता के पेरेन्ट्स भी चाहते हैं कि उनकी बेटी दसवीं कक्षा की परीक्षा देकर एक रिकॉर्ड कायम करे। आलिया के पेरेन्ट्स ने इसके लिए राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा से गुहार लगाई है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से मुलाकात करके आलिया को राजस्थान बोर्ड से दसवीं की परीक्षा दिलवाने की गुहार लगाई है। शिक्षा मंत्री ने इसके लिए शिक्षा बोर्ड के निदेशक को पत्र लिखा है, जिससे आलिया दसवीं की परीक्षा दे सके।
रात भर तारों की दुर्लभ तस्वीरें खींचती है
आलिया को अंतरिक्ष का अध्ययन करना भी बेहद पसंद है। वो रात—रात भर जाकर आसमान को देखती है और तारों की तस्वीर खींचती है। वो भविष्य में तारों और ग्रहों पर रिसर्च करना चाहती है। तारों की दुर्लभ तस्वीरें खींचना भी आलिया को पसंद है।
अपनी बुक्स को पढ़ने के बाद अगली क्लास की बुक्स पढ़ती है
आलिया के पिता अमित गुप्ता और मां अनुराधा गुप्ता ने बताया कि जब वो पहली क्लास में पढ़ रही थी तभी आसमान के तारों को देखकर उनके नाम बता देती थी। उसके बाद जब आलिया स्कूल जाने लगी तो वह अपने कोर्स की किताबों को पूरा करके अगली क्लास की बुक्स मांगकर पढ़ने लगी। अब आलिया दसवीं कक्षा के स्टूूडेंट्स तक को पढ़ा देती है।