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हाल में राजस्थान समेत कई राज्यों में छात्र संघ चुनाव-2019 सम्पन्न हुए थे। इसके बाद अब दिल्ली में छात्र संघ चुनाव होने जा रहे हैं। दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते देश के लोगों की नज़रें दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव पर भी होती है। दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) चुनाव के लिए विद्यार्थी संगठनों ने अपेक्स पदों के लिए अपने-अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है।
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने अध्यक्ष पद के लिए चेतना त्यागी को मैदान में उतारा है। उनके सामने एबीवीपी के अक्षित दहिया मुकाबले में होंगे। वहीं, एआईएसए ने दामिनी कैन को अपना प्रत्याशी बनाया है। उपाध्यक्ष पद के लिए एनएसयूआई की ओर से अंकित भारती, एबीवीपी ने प्रदीप तंवर और एआईएसए ने अफ़ताब आलम को टिकट दिया है।
सचिव पद पर दोनों संगठनों ने उतारे जाट प्रत्याशी
विद्यार्थी संगठनों ने सचिव और संयुक्त सचिव पद के अपने उम्मीदवारों के नाम की भी घोषणा कर दी है। सचिव पद के लिए एबीवीपी ने योगित राठी, एनएसयूआई ने आशीष लांबा और एआईएसए ने विकास कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं, संयुक्त सचिव पद के लिए एबीवीपी की ओर से शिवांगी खरवाल, एनएसयूआई के अभिषेक चपराना, एआईएसए की चेतना मैदान में होंगी। जानकारी के लिए बता दें, दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव-2019 के लिए 12 सितम्बर को वोटिंग होगी। इसके अगले दिन यानि 13 सितम्बर को इन चुनावों के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
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डीयूएसयू चुनावों में एबीवीपी का दबदबा कायम
अगर दिल्ली विश्वविद्यालय के पिछले कुछ छात्र संघ चुनावों की बात करें तो एबीवीपी का दबदबा कायम है। सत्र 2018-19 में एबीवीपी ने अध्यक्ष समेत तीन पदों पर जीत हासिल की थी। वहीं, एनएसयूआई को सिर्फ एक सीट पर जीत नसीब हुई। इन दोनों प्रमुख विद्यार्थी संगठनों के अलावा गठबंधन में लड़े लेफ्ट और आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई को दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनाव में कामयाबी नहीं मिली थी। डीयू पिछले चुनावों की तरह ही इस बार भी जाट और गुर्जर छात्र वोटर्स चुनाव जीताने में अहम भूमिका निभाएंगे।