प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में बुधवार शाम पहली बार कैबिनेट का विस्तार किया। खास बात है कि यह अब तक का सबसे बड़ा मंत्रिमंडल विस्तार है। इस दौरान राष्ट्रपति भवन में प्रेसीडेंट रामनाथ कोविंद ने कुल 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिनमें 36 नए चेहरे शामिल हैं। वहीं, इनमें सात नाम ऐसे भी हैं जिनको प्रमोशन दिया गया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि राज्यमंत्री किरण रिजिजू, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मांडविया, जी किशन रेड्डी, अनुराग सिंह ठाकुर, पुरुषोत्तम रूपाला और राजकुमार सिंह को मोदी कैबिनेट के विस्तार में प्रमोशन दिया गया है।
अनुराग ठाकुर
वित्त राज्यमंत्री के रूप में अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट मंत्री निर्मला सीतारमण की परिछाई बनकर हिंदी भाषियों के बीच वित्त मंत्रालय की योजनाओं को बखूबी पहुंचाने का काम किया था। हिमाचल प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य मंत्री अनुराग का प्रमोशन राज्य की राजनीति में काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
जी किशन रेड्डी
गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने पिछले दो साल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की छत्रछाया में अपने को निखारने पर काफी काम किया। उन्होंने गृह जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय में शाह की गैर-हाजिरी में जो भी जिम्मेदारी मिली, उसे अच्छी तरह से निभाई। संसद सत्र में अमित शाह गृह मंत्रालय से जुड़े सवालों के जवाब ज्यादातर समय उन्हीं से दिलाते रहे हैं।
किरण रिजिजू
खेल मंत्री किरण रिजिजू अपने कार्यकाल में अपनी अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं। उनके काम की तारीफ हर तरफ से होती रही है। रिजिजू ने खेल संघों और एसोसिएशनों को अधिक ताकत देकर पीएम मोदी के ‘खेलो इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ाने का काम बखूबी किया। इसके अलावा कोरोना काल में भारतीय खिलाड़ियों को ओलंपिक की तैयारी के लिए हरसंभव मदद उपलब्ध कराना भी प्रमोशन का कारण बना।
हरदीप सिंह पुरी
नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में हरदीप सिंह पुरी ने कोरोना महामारी के बीच ‘वंदेभारत योजना’ के तहत विशेष हवाई सेवा शुरू कर विदेश में फंसे भारतीयों को देश लाने का काम अच्छे से पूरा किया। इसके अलावा शहरी विकास मंत्री के तौर पर उन्होंने दिल्ली की अनियमित कॉलोनियों को कानूनी जामा पहनाने का काम किया। चूंकि पंजाब में अगले साल चुनाव है, लिहाजा उनके प्रमोशन के राजनीतिक मायने भी हैं।
पुरुषोत्तम रूपाला
राज्यसभा सदस्य पुरुषोत्तम रूपाला कृषि और कृषक कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री थे। किसान कल्याण के क्षेत्र में रूपाला ने किसानों तक सीधे पहुंचने की सरकार की भूमिका को बेहतर ढंग से निभाने का काम बखूबी किया, जिसके कारण इन्हें प्रमोशन मिला है। ठेठ देसी अंदाज में बात करने में माहिर रूपाला ग्रामीणों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। गुजरात में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की वजह से रूपाला का प्रमोशन काम आएगा। गुजरात के पाटीदार नेताओं में रूपाला का नाम काफी बड़ा है।
मनसुख मंडाविया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात से आने वाले मनसुख मंडाविया इससे पहले उरर्वक और रसायन मंत्रालय में राज्यमंत्री थे। अपने दो साल के कार्यकाल में इन्होंने देश भर में 5,100 जनऔषधि केंद्र खोले और 850 दवाओं को सस्ते दाम पर उपलब्ध कराने का काम किया। हार्ट स्टेंट और नी रिप्लेसमेंट उपकरणों को सस्ते दामों में उपलब्ध कराने का श्रेय भी मंडाविया को जाता है। मनसुख मंडाविया ने दस करोड़ सेनेटरी पैड को जनऔषधि केंद्र से बंटवाकर यूनीसेफ से भी तारीफ पाई थी।
राजकुमार सिंह
पूर्व आईएएस अधिकारी राजकुमार सिंह को प्रशासनिक अनुभवों के साथ ऊर्जा मंत्रालय में राज्यमंत्री की जिम्मेदारी बेहतरीन तरीके से निभाने का तोहफा मिला है। उन्होंने कई अभिनव योजनाओं को मूर्त रूप दिया था। हालांकि, कैबिनेट मंत्री का दर्जा पाने के लिए राजकुमार सिंह को थोड़ा लंबा इंतजार करना पड़ा है।
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