हम से ज्यादा भी हैं लोग परेशान, तो छोटी छोटी बातों पर इतना उदास क्यों होना

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‘मेरे चार लड़के थे, चारों की अच्छे से शादी की, अब सुकून की जिंदगी जीने का सोच रहा था कि अचानक दो लड़कों की एक हादसे में मृत्यु हो गई, दुनिया उजड़-सी गई, जैसे तैसे खुद को संभाला लेकिन किस्मत यही रूकने नहीं वाली थी, मेरे बचे हुए दो लड़कों को बीमारी लील गई, मेरी आबाद बगिया अचानक से उजड़ गई, अब फिर से बगीचे में हरियाली नहीं आ सकती थी, पोते-पोतियों के साथ खेलना चाहता था लेकिन जिंदगी ने मौका नहीं दिया। अब एक जगह सुबह आठ से रात आठ तक काम करता हूं। उसके बाद रात को दस बजे से सुबह पांच बजे तक एटीएम पर काम करता हूं। यूं तो एक जगह ही काम करना बहुत है लेकिन रात को नींद नहीं आती इसलिए रात में भी काम करता हूं…जिंदगी और क्या दिखाने वाली है पता नहीं…लेकिन खुद को बनाए रखने की कोशिश कर रहा हूं…। यह असल में एक बूढ़े हार चुके पिता की दास्तां है। यदि दिल से समझेंगे तो आप भी उनका दर्द महसूस कर सकेंगे।

लेकिन मैं यह कहानी आपको दुखी करने के लिए नहीं बता रही। मैं आपको कुछ और अहसास दिलाना चाहती हूं। आप भी जिंदगी में कभी परेशान होते होंगे। दरअसल जब हम परेशान होते हैं तो हमें हमारी परेशानी सबसे बड़ी लगती है। हमें लगता है कि हमसे ज्यादा परेशान तो और कोई है ही नहीं। इसी सोच के कारण हम छोटी—सी परेशानी को भी काफी लम्बा खींच लेते हैं और अपना वर्तमान प्रभावित कर देते हैं। लेकिन असल में गौर किया जाए तो हमसे भी कहीं ज्यादा लोग जिंदगी में परेशान हैं। किस्मत उन्हें हजार बार परेशान करती है लेकिन वे जिंदगी का साथ नहीं छोड़ते और अच्छा दिन आएगा इस आस में रोज नया दिन जीते हैं।

तो हम इतनी जल्दी क्यों परेशान हो जाते हैं। हम परिस्थितियों से लड़ने की कोशिश क्यों नहीं करते। जिंदगी एक-सी तो चल नहीं सकती। परेशानियां तो उसका एक हिस्सा है। ऐसे में छोटी मोटी परेशानियों से क्यों उदास होना जबकि हमें तो इस बात का शुक्रगुजार होना चाहिए कि दूसरों की तरह हम पर कम से कम मुसीबतों का पहाड़ तो नहीं टूटा। अवसाद, चिढ़चिढ़ापन, तनाव में रहना, आत्महत्या करना ये सब आजकल आम हो गया है। हर दूसरा व्यक्ति परेशान है लेकिन यदि परेशानी की पड़ताल की जाए तो वह इतनी बड़ी है ​ही नहीं जितनी बना रखी है। जब भी परेशान हों एक बार किसी दुखियारे की दास्तां सुन लें, आप अपनी परेशानी भूल जाएंगे और भगवान से इस बात का शुक्रिया अदा करेंगे कि आपके हिस्से में ऐसी परेशानी नहीं आई।

परेशान होना किसी भी समस्या का उपाय नहीं है, उसे दूर करने के लिए प्रयास करना ही जिंदगी को सही रूप से जीने का तरीका है…।

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