कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स, एमसी मैरीकॉम, सानिया मिर्जा जैसी भारतीय महिलाओं ने पूरी दूनिया के सामने अपना लौहा मनवाया है। इन्होंने अपने कौशल और अपनी प्रतिभा से यह साबित कर दिया कि भारतीय महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। बस जरूरत है तो उनका हौसला बढ़ाने और उन पर विश्वास जताने की। पिछले एक दशक से भारतीय महिलाएं लगभग हर क्षेत्र में कीर्तिमान रच रही हैं। ऐसी ही एक भारतीय महिला है कैप्टन आरोही पंडित। आइये हम जानते हैं इनकी हालिया बड़ी उपलब्धि और इनके बारे में..
स्कॉटलैंड से कनाडा के इकालुइट तक की भरी उड़ान
हाल में मुंबई की रहने वाली 23 वर्षीय कैप्टन आरोही पंडित ने अकेले लाइट स्पोर्ट्स एयरफ्राफ्ट (एलएसए) से अटलांटिक महासागर को पार करने वाली पहली महिला होने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने मिनी एयरक्राफ्ट से मई माह के मध्य में स्कॉटलैंड के विक से कनाडा के इकालुइट तक के लिए उड़ान भरी। इस दौरान कैप्टन आरोही ने करीब 3000 किलोमीटर का सफर तय किया। उन्होंने इसके लिए कड़ी ट्रेनिंग ली और खराब से खराब मौसम में विमान को उड़ाने की कला सीखी।
‘माही’ से पूरी की अपनी उड़ान यात्रा
अरोही पंडित ने इस उड़ान को भरने के लिए जिस हवाई जहाज का इस्तेमाल किया उसका नाम ‘माही’ है। उल्लेखनीय है कि माही एक छोटा सिंगल इंजन साइनस 912 हवाई जहाज है जिसका वजन तकरीबन 400 किलोग्राम है। आरोही अपनी इस यात्रा के दौरान वह ग्रीनलैंड और आइसलैंड में भी रुकी। अब वह 30 जुलाई को भारत लौटेंगी। अपनी इस यात्रा के दौरान जब वह कनाडा हवाई अड्डे पर पहुंची तो उसने यहां तिरंगा झंडा फहराया, जो कनाडा में भारत के राजदूत विकास स्वरूप ने उन्हें सौंपा था।
अटलांटिक के ऊपर से उड़ान भरना बेहद शानदार अनुभव रहा
इस कामयाबी के बाद आरोही पंडित ने कहा कि ‘मैं खुश हूं और गर्व महसूस कर रही हूं। मैं अपने देश के लिए ऐसा कर पाने में सफल रही और ऐसा कर पाने वाली पहली महिला भी बनीं हूं। उन्होंने कहा कि अटलांटिक महासागर के ऊपर से उड़ान भरने का अनुभव मेरे लिए वास्तव में बेहद शानदार रहा। वहां सिर्फ मैं, छोटा सा प्लेन और नीला आसमान था और नीचे नीला समंदर।’
पाक में लैंड कराया विमान, सात माह की ट्रेनिंग से संभव हुआ लक्ष्य
कैप्टन आरोही पंडित के नाम एक और कारनामा जुड़ गया। इससे पहले आरोही ने पंजाब, राजस्थान और गुजरात के ऊपर से उड़ान भरी और वह पाकिस्तान भी गई थीं और उन्होंने वहां यह विमान उतारा था। इसी के साथ वह सन् 1947 के बाद पाकिस्तान में एलएसए जहाज लैंड कराने वाली पहली भारतीय नागरिक बन गईं।
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महाराष्ट्र में उत्तर पश्चिमी मुंबई के बोरीवली इलाके की रहने वाली आरोही ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए भारत, ग्रीनलैंड, साइबेरिया और इटली में सात महीने का कठिन प्रशिक्षण पूरा किया था। इस दौरान उन्होंने समुद्र के ऊपर, बर्फ और खराब मौसम में प्लेन उड़ाना और किसी भी खराब स्थिति से निपटना सीखा, जो उनकी यात्रा के दौरान उनके काम आया।