बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद यादव एक ऐसा नाम है जो राजनीति, घोटाले और अपने मजाकिया अंदाज से हमेशा सुर्खियों में रहा, तो लालू के छोटे बेटे तेजस्वी उनके राजनीतिक वारिस होने के कारण। लेकिन लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हमेशा कुछ अलग ही कारणों की वजह से सुर्खियों में छाए रहते हैं।
फिलहाल वो इसलिए चर्चा में है कि हाल में तेज प्रताप ने पटना के एक मंदिर में सावन के महीने पर भगवान शिव की पूजा की। इस दौरान वो एकदम शिव बने दिखाई दिए। अब आप सोच रहे होंगे कि भक्त तो भक्तों के रूप में ही आते हैं, यहां तेजप्रताप तो खुद भगवान बनकर आ गए हैं।
हालांकि, यह बात उन लोगों को थोड़ा हैरान करती है जो पहली बार बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री को इस तरह के अवतार में देख रहे हैं।
कभी शिव तो कभी कृष्ण !
तेजप्रताप ने कई अन्य मौकों पर भी हिंदू देवताओं का भेष बनाया है। देवताओं के कपड़े पहनने का उन्हें कितना शौक है यह उनके फैंस (थोड़े बहुत!) भी जानते हैं।
2018 में शादी के दौरान, उनके चाहने वालों ने पटना में तेजप्रताप और उनकी पत्नी (अब-पूर्व) ऐश्वर्या राय को एक पोस्टर के ऊपर शिव और पार्वती के रूप में छपवाकर गिफ्ट दिया। वैसे तेजप्रताप के फेवरेट किरदार कृष्ण और शिव हैं। कृष्ण का तो यादव कनेक्शन और शिव इसलिए क्योंकि वह उनके पिता के प्रिय देवता हैं।
हिंदू देवताओं के साथ तेजप्रताप का जुनून सिर्फ उनके समर्थकों तक ही नहीं है, जो उनकी तुलना देवताओं से करते हैं। पिछले साल तेजप्रताप ने भगवान शिव के रूप में पटना के एक शिव मंदिर में पूजा की। मंदिर में आरती के दौरान डमरू और शंख बजाते हुए उनका वीडियो तुरंत वायरल हो गया जिसे जमकर ट्रोल किया गया।
मैं धार्मिक हूँ, धर्मान्ध नहीं।
मेरी नीतियाँ धर्मनिरपेक्ष हैं, मेरा जीवनदर्शन धर्मशील है।
मेरा धर्म मुझे करुणा सिखाता है, घृणा नहीं।
मेरे लिए हर जन समान है क्योंकि मैं मनुवादी नहीं।
मेरी साधना के स्तर को समझना धर्म की राजनीति करने वाले ठेकेदारों की वश की बात नहीं!जय श्री कृष्ण! pic.twitter.com/q2YQuwGVEw
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) August 4, 2018
फिल्मों में भी भगवान का ही रोल किया
2017 में, तेजप्रताप को नए साल के मौके पर एक गायों के एक झुंड के आगे भगवान कृष्ण के गेटअप में देखा गया। तेजप्रताप बांसुरी बजा रहे थे और एक शॉल, एक नीली जैकेट और उस पर एक मोर पंख के साथ लाल पगड़ी भी लगा रखी थी।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 27, 2018
हालाँकि, उनका क्रेज हिंदू देवता को लेकर ही नहीं हैं, बल्कि उन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर भी हाथ आजमाया है। यही कारण है कि, कुछ समय पहले अपनी फिल्मी डेब्यू ‘रुद्रा – द अवतार’ में भगवान ही बने थे। वहीं तेजप्रताप ने 2016 में एक भोजपुरी फिल्म में भी काम किया था, जब वह बिहार में कैबिनेट मंत्री थे और फिल्म में एक मुख्यमंत्री की भूमिका निभाई थी। वैसे हम उनके राजनीतिक करियर के बारे में इतना नहीं बोलना चाहते हैं।