बिहार के राज्यसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी यानि भाजपा के प्रत्याशी सुशील कुमार मोदी निर्विरोध चुने गए हैं। आपको बता दें कि बिहार में राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव में बीते गुरुवार को नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गई थी। इसके बाद सुशील कुमार मोदी का राज्यसभा के लिए निर्विरोध रूप से चुना जाना तय माना जा रहा था। सुशील कुमार मोदी के खिलाफ विपक्ष ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था, लेकिन एक निर्दलीय प्रत्याशी श्याम नंदन प्रसाद ने बीते बुधवार को नामांकन दाखिल किया था। हालांकि नामांकन के लिए जरूरी 10 विधायकों का समर्थन वाला पत्र उन्होंने नहीं दिया था, ऐसे में सुशील कुमार मोदी को राज्यसभा में पहुंचने लिए किसी बाधा का सामना नहीं करना पड़ा।
गौरतलब है कि यह सीट पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के कारण खाली हुई थी। चुनाव आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक जरूरी होने पर इस सीट के लिए 14 दिसंबर को मतदान होना था। बीते शुक्रवार को पर्चों की जांच का काम होना था। लिहाजा चुनाव आयोग ने सोमवार को सुशील मोदी को प्रमाणपत्र सौंप दिया।
चारों सदन के सदस्य बनने वाले इकलौते भाजपा नेता
बिहार भाजपा के इतिहास में सुशील कुमार मोदी चारों सदन का सदस्य बनने वाले इकलौते नेता बन गए हैं। सुशील कुमार मोदी साल 1990 में पहली बार विधानसभा सदस्य बने थे। इसके बाद साल 2004 में भागलपुर से लोकसभा सांसद बने। 2005 से अब तक वह बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे और अब राज्यसभा सांसद बन गए हैं।
अब राज्यसभा में बिहार के मुद्दे उठाऊंगा: सुशील
राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में मुझे जो जिम्मेदारी मिली उसे पूरी ईमानदारी से निभाया, अब राज्यसभा में बिहार से जुड़े मुद्दे उठाता रहूंगा। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार चुनाव में मेरी भूमिका उस गिलहरी की तरह रही, जिसने राम सेतु बनाने में योगदान दिया था।