हालिया वर्षों में देखा गया है कि दिल से जुड़ी बीमारियों के मरीज काफ़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे संबंधित मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या की प्रमुख वजह शरीर में बढ़ता बैड कोलेस्ट्रॉल है। अगर लोग समय रहते सचेत रहे तो इस समस्या से बचा जा सकता है। यह कई अध्ययन में साबित हो चुका है कि ऐवकाडो फल बैड कोलेस्ट्रॉल को दूर करने का काम करता है। एक ताज़ा स्टडी में एक बार फ़िर सामने आया कि यह फल कितना फ़ायदेमंद है। अमरीका की न्यू पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसचर्स की ताज़ा स्टडी के अनुसार, ऐवकाडो फल बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके साथ ही यह ऑक्सिडाइज्ड एलडीएल यानि लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन पार्टिकल्स को भी घटाने का काम करता है।
रिसचर्स ने कई लोगों पर की स्टडी
न्यू पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसचर्स की स्टडी के नतीजे जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन नाम की एक पत्रिका में प्रकाशित हुए। यह स्टडी 45 लोगों पर की गई थी। ये लोग या तो ओवरवेट थे या फ़िर मोटापे का शिकार थे। स्टडी की शुरुआत में सभी प्रतिभागियों को 2 सप्ताह तक एक रन-इन डायट को फॉलो करना था, जिससे सभी प्रतिभागी एक जैसे न्यूट्रिशनल स्तर पर आ सकें। स्टडी के अगले चरण में प्रतिभागियों को 5 सप्ताह के लिए एक डायट प्लान को पूरा करना था। सभी प्रतिभागियों के पास यह विकल्प था कि वे 3 में से किसी 1 डायट को फॉलो कर सकते हैं। इसमें पहली लो फैट डायट, दूसरी मॉडरेट फैट डायट और तीसरी मॉडरेट फैट डायट शामिल थी। इस डायट में हर दिन एक ऐवकाडो फल खाना भी शामिल था।
ऑक्सिडाइज्ड एलडीएल कलेस्ट्रॉल का लेवल कम हुआ
रिसचर्स की इस स्टडी के नतीजे में सामने आया कि जिसकी डायट में ऐवकाडो शामिल था, उसके प्रतिभागियों का दूसरे प्रतिभागियों की तुलना में ऑक्सिडाइज्ड एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफ़ी कम हो गया। उन्होंने ऐंटिऑक्सिडेंट्स का उच्च स्तर लुटीन हासिल किया। स्टडी के बाद रिसचर्स इस नतीजे पर पहुंचे कि नियमित रूप से ऐवकाडो का सेवन करने से मोटे और ओवरवेट लोगों को न सिर्फ एलडीएल बल्कि ऑक्सिडाइज्ड एलडीएल को भी कम करने में काफ़ी मदद मिलती है। इससे यह भी साबित हुआ कि ऐवकाडो सेवन करने वाले बैड कोलेस्ट्रॉल से बच सकते हैं।
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गौरतलब है कि एलडीएल पार्टिकल्स मानव शरीर के लिए बेहद घातक होते हैं। इनकी वजह से ही मानव की धमनियों में धीरे-धीरे प्लाक जमा होने लगता है। इसलिए लोगों को अपनी रूटीन डायट में ऐवकाडो को खासतौर पर शामिल करना चाहिए। इसे होल-वीट टोस्ट के साथ या फिर वेजी डिप के तौर पर खाया जा सकता है। बता दें, ऐवकाडो में हेल्दी फैट्स, कैरोटेनॉयड्स जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। ये आंखों की सेहत के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होते हैं।