भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली निर्विरोध भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के 39वें अध्यक्ष चुने गए। गांगुली ने आज बुधवार को मुंबई में बोर्ड हेडक्वार्टर में सुबह करीब 11 बजे बीसीसीआई के नए अध्यक्ष का पद संभाला। बोर्ड की सालाना बैठक से पहले उनके साथ बीसीसीआई में अन्य पदों पर चुने गए नए मेंबर्स को भी शपथ दिलाई गई। इस दौरान सीओए प्रमुख विनोद राय समेत सभी पदाधिकारी मौजूद रहे। सौरव गांगुली के बीसीसीआई की कमान संभालने के साथ ही 33 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) भी भंग हो गई। गांगुली जुलाई 2020 तक बोर्ड के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।
जय शाह ने ली सचिव पद की शपथ
सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष पद की शपथ के अलावा केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह ने बोर्ड सचिव, उत्तराखंड के महिम वर्मा ने उपाध्यक्ष, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण धूमल ने कोषाध्यक्ष और केरल के जयेश जॉर्ज ने संयुक्त सचिव पद की शपथ ली। इससे पहले गांगुली ने 15 अक्टूबर को ट्विटर पर जय शाह, अनुराग और अरुण के साथ एक फोटो शेयर की थी। इससे साफ़ था कि जय शाह और अरुण धूमल बीसीसीआई में अहम पदों पर काम करेंगे।
It's official – @SGanguly99 formally elected as the President of BCCI pic.twitter.com/Ln1VkCTyIW
— BCCI (@BCCI) October 23, 2019
मंगलवार को जस्टिस एसए बोबडे और जस्टिस एल नागेश्वर राव की बेंच ने सीओए को भंग करने का आदेश दिया था। बता दें, बीसीसीआई के संचालन के लिए चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा की सिफारिशों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में सीओए का गठन किया था।
अगले कुछ महीनों में हम सबकुछ ठीक कर देंगे
बोर्ड के नए अध्यक्ष सौरव गांगुली ने 14 अक्टूबर को बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने के बाद कहा था, ‘पिछले तीन सालों में जो कुछ भी हुआ, उसके बाद भारतीय क्रिकेट प्रशासन के लिए ये बेहद महत्वपूर्ण समय है। एक ऐसी भूमिका में होना, जहां मैं टीम के साथ कुछ अलग कर सकता हूं, ये बेहद संतुष्टिदायक होगा। उम्मीद है अगले कुछ महीनों में हम सबकुछ ठीक कर देंगे और भारतीय क्रिकेट को सामान्य स्थिति में ले आएंगे।’
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सिर्फ 10 महीने अध्यक्ष पद पर रहेंगे दादा
47 वर्षीय सौरव गांगुली सिर्फ 10 महीने ही बीसीसीआई के अध्यक्ष रहेंगे। लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुसार, कोई व्यक्ति राज्य या बीसीसीआई में लगातार 6 साल से अधिक समय तक नहीं रह सकता और गांगुली 2014 से बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) के अध्यक्ष थे। ऐसे में वे जुलाई 2020 तक ही बीसीसीआई अध्यक्ष रहे सकेंगे। इसके बाद उन्हें तीन साल के कूलिंग पीरियड पर जाना होगा। यानी सौरव गांगुली तीन साल तक राज्य या बीसीसीआई में किसी पद पर नहीं रह सकते।
बता दें, साल 1954 के बाद दूसरी बार ऐसा हुआ है जब बीसीसीआई का अध्यक्ष कोई पूर्व क्रिकेटर बना है। यानि 65 साल बाद एक क्रिकेटर के हाथ में बीसीसीआई की कमान आई है। उनसे पहले टेस्ट क्रिकेटर और ‘विज्जी’ के नाम से मशहूर लेफ्टिनेंट कर्नल सर विजय आनंद गजपति राजू बीसीसीआई का अध्यक्ष बने थे। राजू वर्ष 1954 से 1956 तक इस बोर्ड प्रेसीडेंट रहे। नए बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली से उम्मीद की जा रही है कि वे भारतीय क्रिकेट की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाएंगे।