रात के समय 6-8 घंटो से भी ज्यादा नींद लेना मृत्यु और कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों के बढ़ते जोखिम से जुड़ा होता है।
मैकमास्टर और पेकिंग यूनियन मेडिकल कॉलेज के हालिया अध्ययन के मुताबिक आठ घंटों से ज्यादा सोना से कार्डियोवैस्कुलर घटनाओं जैसे स्ट्रोक या हार्ट फेलियर के साथ-साथ 41 प्रतिशत तक की मौत का खतरा बढ़ा देते हैं।
लेकिन इसके लिए एक संभावित कारण यह हो सकता है कि लोगों को किसी तरह की समस्या हो जिसके कारण वे ज्यादा सो रहे हों और इससे मौत का खतरा बढ़ सकता है। इस शोध के निष्कर्ष जर्नल ऑफ यूरोपीय हार्ट में दिखाए गए थे।
एक शोधकर्ता चुआंगशी वांग का कहना है कि रात को 6 घंटे से ज्यादा की नींद और फिर दिन में भी ज्यादा सोना किसी इंसान के मौत के जोखिम और दिल की बीमारियों से जुड़ा हुआ है।
ऐसे में जो लोग रात को कम सोते हैं और दिन में नींद पूरी करने के लिए थोड़ा सोते हैं उनके लिए ये रिस्क कम होता है।
शोध में यह भी सामने आया कि कम सोना भी घातक हो सकता है। जो लोग रात को 6 घंटे से भी कम नींद लेते हैं उनमें ये जोखिम 9 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।