कौन है श्रीराम लागू, जिनका राजकीय सम्मान के साथ होगी अंत्येष्टि

Views : 5127  |  0 minutes read

हिंदी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता श्रीराम लागू नहीं रहे। उनका पुणे स्थित आवास पर दिल का दौरा पड़ने से 92 साल की उम्र में देहांत हो गया। श्रीराम लागू ने थियेटर की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मराठी थिएटर में तो उन्हें 20वीं सदी के सबसे बेहतरीन कलाकारों में शामिल थे। श्रीराम हिंदी, मराठी, गुजराती रंगमंच से जुड़े हुए थे। अपने दमदार अभिनय के दम पर उन्होंने सिने पर्दे पर भी खूब तारीफें बटोरी। श्रीराम लागू का जन्म 16 नवंबर, 1927 को महाराष्ट्र के सतारा में हुआ था। उनके पिता का नाम बालाकृष्ण चिंतामण और मां का नाम सत्याभामा लागू था।

डॉक्टर बनने के बावजूद नहीं छोड़ा थियेटर

श्रीराम लागू की प्रारंभिक शिक्षा पुणे से हुई। पुणे विश्वविद्यालय के फर्ग्यूसन कॉलेज से स्नातक करने के बाद, उन्होंने बी.जे मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के लिए प्रवेश लिया। इस दौरान उन्होंने एक नाटकीय कलाकार के रूप में अपने अभिनय कॅरियर की शुरुआत की। मेडिकल को कॅरियर बनाने के बावजूद श्रीराम ने थियेटर नहीं छोड़ा मेडिकल की पढ़ाई के दौरान भी उन्होंने कई नाटकों में हिस्सा लिया। 60 के दशक में पुणे, भारत और ताबोरा, तंजानिया में दवा और सर्जरी की प्रैक्टिस करते रहे मगर भारत रहते हुए उनकी थिएटर गतिविधि भी जारी रही। अंत में, 1969 में वह मराठी मंच पर एक थियेटर कलाकार के रूप में उभर कर आए। अभिनेता बन गए जो वसंत कानेटकर द्वारा लिखे गए नाटक इठे ओशलाला मृत्यु में अभिनय कर रहे थे।

वह प्रसिद्ध मराठी नाटक नटसम्राट के पहले नायक थे, जिसे कुसुमाग्रज (विष्णु वामन शिरवाडकर) द्वारा लिखा गया था और उस भूमिका के लिए उन्हें सबसे ज्यादा याद किया जाता है। मराठी सिनेमा में उन्होंने कई यादगार फिल्में की हैं जिनमें ‘सिंहासन’, ‘पिंजरा’ और ‘मुक्ता’ जैसी सफलताएं शामिल हैं।

सिने पर्दे पर

थियेटर में नाम करने के बाद डॉ श्रीराम लागू ने फिल्म इंडस्ट्री की ओर रुख किया। उन्होंने साल 1971 में फिलम आहत से बॉलीवुड में डेब्यू किया। जिसके बाद उन्होने कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने 100 से अधिक हिंदी और मराठी फिल्मों में अभिनय किया है। 40 से अधिक मराठी, हिंदी और गुजराती नाटक और 20 से अधिक मराठी नाटकों का निर्देशन किया है। श्रीराम लागू को मराठी मंच के सबसे महान अभिनेताओं में से एक माना जाता है।

पर्सनल लाइफ

उनकी पत्नी, दीपा लगू भी एक प्रसिद्ध थिएटर, टीवी और फिल्म अभिनेत्री हैं। उनके दो बेटे और एक बेटी है। लगू ने अपने दिवंगत बेटे तनवीर लागू की याद में भारत के रंगमंच उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित तनवीर सम्मान की स्थापना की थी।

राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी विदाई

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीराम लागू का अंतिम संस्कार शुक्रवार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके निधन पर पूरा बॉलीवुड सकते में है। सोशल मीडिया पर इस महान शख्सियत को भावभिनी श्रध्दाजंलि दे रहे हैं।

COMMENT