क्या सत्ता में होने के बाद एक महिला को लिंगवाद और दुराचार से छुटकारा मिल सकेगा? शायद आप गलत सोच रहे हैं। ऐसा सिर्फ लगता है होता नहीं है। हम बताने जा रहे हैं जब राजनीतिक महिलाओं को इसी दुराचार का सामना करना पड़ा। राजनीति की गरिमा कई बार ताख पर रखी गईं इस खेल में राजनेताओं की पितृसत्ता सोच उभर कर आ ही जाती है। कुछ उदहारण से इसे अच्छे से समझ सकेंगे।
भाजपा विधायक सुरेंद्र नारायण का मायावती पर सेक्सिस्ट कमेंट
#WATCH BJP MLA Surendra Narayan Singh: Mayawati ji khud roz facial karwati hain, vo kya humare neta ko kya shaukeen kahengi. Baal paka hua hai aur rangeen karwake ke aaj bhi apne aap ko Mayawati ji jawan saabit karti hain, 60 varsh umar ho gayi lekin sab baal kaale hain pic.twitter.com/SGRK4gZpEI
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 19, 2019
यदि आप भारत में एक महिला राजनेता हैं तो आपके विरोधी हर चीज के बारे में बात करेंगे। आपके बालों को भी वो नहीं छोड़ेंगे। इसका नमूना है भाजपा के विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह। जिन्होंने मायावती पर सबसे अधिक सेक्सिस्ट तरीके से हमला किया।
भाजपा मंत्री महेश शर्मा का प्रियंका गांधी पर कमेंट
रविवार को केंद्रीय राज्य संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को “पप्पू की पप्पी” कहकर बुलाया। पप्पी हिन्दी हार्टलैंड में ज्यादा यूज होने वाला एक सेक्सुअल तंज या व्यंग्य है।
जब महिला नेताओं की बात आती है तो कोई भी पार्टी 100% साफ रिकॉर्ड का दावा नहीं कर सकती है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से भारतीय संसद के पूर्व सदस्य, और वर्तमान में मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संजय निरुपम ने एक टीवी बहस के दौरान एक्टर से नेता बनी स्मृति ईरानी को एक बार कहा था कि आप तो टीवी पे ठुमके लगाती थी, आज चुनावी विश्लेषक बन गई हैं
जिन्होंने टीवी पर राज किया और यहां तक कि राजनीति के शीर्ष पायदान पर भी अपनी पैठ जमाई उस महिला की उपलब्धियों को भी कम आंकना कोई संजय निरूपम जी से सीखें।
अखिलेश के बिगड़े बोल
हो सकता है कि अखिलेश भैया ने मायावती के साथ अब एक स्टैंड बनाया हो लेकिन दो साल पहले ही अखिलेश ने मायावती को लेकर ऐसा ही कुछ कहा था।
जब तत्कालीन यूपी के सीएम से मायावती की अगुवाई वाली बसपा को (तत्कालीन) समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन में शामिल करने के बारे में पूछा गया था, तो उन्होंने कहा था कि वह इतनी जगह लेती हैं और उनका चुनाव चिन्ह भी एक हाथी है।
शरद यादव का कमेंट
क्या राजनेता इससे भी ज्यादा गिर सकते हैं। जी हां। पिछले साल, जनता दल (युनाइटेड) के पूर्व नेता शरद यादव ने राजस्थान विधानसभा चुनावों के दौरान प्रचार करते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के वजन पर अपनी “चिंता” व्यक्त की थी।
वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं। बहुत मोटी हो गई है। पहले पतली थी। वो हमरे मध्यप्रदेश की बेटी है।
विनय कटियार का भद्दा कमेंट
#WATCH: BJP MP Vinay Katiyar's remark on Priyanka Gandhi, says "unse jyada bohut si sundar mahilayen hai jo star campaigner hain" #UPpolls pic.twitter.com/7eo2CYUvLf
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 25, 2017
विनय कटियार ने प्रियंका गांधी के महासचिव बनाए जाने पर कहा कि उनसे ज्यादा सुंदर और भी स्टार कैंपेनर मौजूद हैं। इस पर प्रियंका गांधी ने जवाब भी दिया था।
गिरने की भी हद पार
सभी कमेंट के सबसे उलट उत्तर प्रदेश में भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती को, “वेश्या से भी बदतर” कहा था।
भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह का बयान
“यहां तक कि एक वेश्या पैसों के बाद अपने काम को पूरा करती है। लेकिन मायावती ने पार्टी का टिकट किसी को भी बेच दिया, जिसने उन्हें सबसे ज्यादा रकम दी। अगर कोई टिकट के लिए उसे 1 करोड़ रुपये देता है तो वह उसे दूसरे व्यक्ति को देगी जो 2 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहा है”
यह भारतीय राजनीति की दुनिया में सेक्सिस्ट और मूक है। और स्पष्ट रूप से यह सराहनीय है कि इतनी स्पष्ट चुनौतियों के बावजूद, भारत में कई महिला राजनेता हैं जो अभी भी चैंपियन के रूप में उभर रही हैं।