आडवाणी : 2 सांसदों वाली बीजेपी को शिखर पर ले जाने वाला नेता अब इतिहास बनने की ओर !

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लोकसभा चुनावों के लिए पहले चरण की वोटिंग में अब महज 2 हफ्तों का समय बचा है। ऐसे में भाजपा ने कल शाम अपने 184 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर अमित शाह जैसे वीआईपी नेताओं के नाम पहली लिस्ट में है। लिस्ट जारी होने के बाद गांधीनगर सीट कल काफी चर्चा में रही जहां से भाजपा के दिग्गज नेता और इस सीट से 6 बार जीतकर संसद तक पहुंचने वाले लाल कृष्ण आडवाणी का टिकट काटकर अमित शाह को चुनाव मैदान में उतारा गया है।

आडवाणी का टिकट कटना जहां कुछ लोगों को अन्याय लग रहा है वहीं कुछ का यह कहना है कि उम्र के तकाज़े को देखते हुए भाजपा ने यह फैसला लिया है। आडवाणी का कद पार्टी में कितना ऊंचा है इस बात में कोई दो राय नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के गॉडफादर औऱ फिर सत्ता तक ले जाने का दमखम रखने वाले आडवाणी को राजनीति का लौहपुरूष माना जाता है।

1990 के दशक में राम मंदिर बनाने की मांग को लेकर झंडा लिए आडवाणी ने भाजपा की बुनियाद को वो मजबूती दी जो एक दिन कांग्रेस के लिए चुनौती बन खड़ी हुई।

आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को पाकिस्तान के कराची में हुआ। आज 91 की उम्र में भी उनकी राजनीति में सक्रियता काबिले तारीफ है। अटल बिहारी वाजपेयी के सहायक के तौर पर अपना राजनीतिक कॅरियर शुरू करने वाले आडवाणी ने मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं के साथ मिलकर भाजपा की नींव रखी।

गांधीनगर से 6 बार जीत चुके हैं आडवाणी

आडवाणी के लंबे सियासी सफर में गांधीनगर लोकसभा सीट का अहम रोल रहा है। वे पहली बार राज्यसभा सांसद बने जिसके बाद 1970 से लेकर 1989 तक 19 साल तक राज्यसभा के लिए चुनकर गए। इसके बाद 1989 में नौंवीं लोकसभा के लिए नई दिल्ली सीट से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे और जीते। गांधीनगर वो 10वीं लोकसभा के चुनावों में पहुंचे जहां से फिर 6 बार लगातार जीतकर आए।

भाजपा की तीन धरोहर अटल, आडवाणी, मुरली मनोहर आडवाणी का पार्टी और राजनीति में कद ऐसा था कि 90 के दशक में उनके नाम का ‘अटल, आडवाणी, मुरली’ यह नारा चलता था। परिवारवाद का शुरू से विरोध करने वाले आडवाणी के परिवार से कोई भी अभी तक राजनीति में नहीं है। एक समय था जब अपनी मुट्ठी में भाजपा के संगठन को रखने वाले आडवाणी पहले मार्गदर्शक मंडल में भेजे गए और अब टिकट कटने के बाद राजनीतिक सन्यास की ओर अग्रसर हो चुके हैं।

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