बर्थडे: सबसे कम उम्र में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित होने वाली शख्सियत हैं सचिन तेंदुलकर

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Sachin-Tendulkar-Biography

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इस सोमवार को अपना 50वां जन्मदिन मनाएंगे। सचिन का पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर हैं। उनका जन्म 24 अप्रैल, 1973 को मुंबई के दादर में एक राजापुर सारस्वत ब्राह्मण महाराष्ट्रीयन परिवार में हुआ था। सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर एक प्रसिद्ध मराठी उपन्यासकार थे। उन्होंने महान संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर अपने बेटे का नाम रखा, क्योंकि वो उनके बहुत बड़े प्रशंसक थे।

सचिन दुनिया के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में असंख्य रिकॉर्ड अपने नाम किए। सचिन तेंदुलकर देश के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित होने वाले सबसे कम उम्र की शख्सियत हैं। भारत में क्रिकेट को नई उंचाइयों पर पहुंचाने में तेंदुलकर का अहम योगदान रहा है। इस ख़ास अवसर पर जानिए उनके करियर के बारे में कुछ रोचक बातें…

16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया

लिटिल मास्टर सचिन तेंदुलकर ने महज़ 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पदार्पण किया। हालांकि, शुरुआती दौर में कुछ विफलता मिली लेकिन बावजूद इसके सर डॉन ब्रैडमैन को पीछे छोड़ तेंदुलकर सबसे महान बल्लेबाज बन गए।

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने दो दशक लंबे करियर के दौरान कई रिकॉर्ड बनाए, जिनमें 200 टेस्ट खेलना, 100 अंतरराष्ट्रीय शतक, 34,357 अंतरराष्ट्रीय रन आदि। एक समय या यूं कहे आज भी ऐसा है कि रिकॉर्ड नाम लेते हैं तो सचिन के अलावा कोई दूसरा नाम नहीं दिखाई देता है।

अंतरराष्ट्रीय ​क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी

जब तेंदुलकर ने संन्यास लिया तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अग्रणी रन-गेटर के रूप में अपना करियर समाप्त किया, जिसमें 34,357 रन शामिल थे। इस दौरान उन्होंने 200 टेस्ट में 15,921 रन, 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 और एकमात्र टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 10 रन बनाए।

सचिन तेंदुलकर एकदिवसीय मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी थे। जब उन्होंने 24 फरवरी, 2010 को ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 147 गेंदों पर 200 रन की रिकॉर्ड पारी खेली और क्रिकेट की दुनिया में एक शानदार उपलब्धि हासिल की।

Sachin-Tendulkar-WC-2011

आखिरी विश्वकप में पूरा हुआ खिताब जीतने का सपना

तेंदुलकर अपने करीब दो दशक के करियर में 6 विश्व कप के गवाह बने। सचिन तेंदुलकर के मन में देश को विश्वकप जीताना एक बड़ा सपना था, जो आखिरकार उनके करियर के आखिरी विश्वकप में वर्ष 2011 में पूरा हुआ। इस दौरान भारत ने श्रीलंका को विश्वकप फाइनल में हराकर इतिहास में दूसरी बार खिताब पर पर कब्जा किया।

सचिन तेंदुलकर ने अपना अंतिम मैच 200वां टेस्ट अपने घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम में, नवंबर 2013 में खेला। जब भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा रही थी।

मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर इंडियन प्रीमियर लीग यानि आईपीएल में भी खेले। उन्हें मुंबई इंडियंस ने अपनी टीम में शामिल कर कप्तान बनाया था। 78 आईपीएल मैचों में सचिन तेंदुलकर ने एक शतक और 13 अर्द्धशतकों की मदद से 2334 रन बनाए।

Sachin-Tendulkar-Family

एक बेटा और एक बेटी के पिता हैं तेंदुलकर

महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने डॉक्टर अंजली मेहता से 24 मई, 1995 को शादी की, जोकि एक गुजराती परिवार से आती हैं। शादी के बाद अंजली ने अपना सरनेम मेहता हटाकर अंजली तेंदुलकर कर लिया। सचिन और अंजली के एक बेटा अर्जुन तेंदुलकर और एक बेटी सारा तेंदुलकर हैं। अर्जुन भी अपने पिता की तरह ही क्रिकेटर हैं और आईपीएल में मुंबई टीम का हिस्सा हैं। वहीं, सारा तेंदुलकर अभी विदेश में अपनी पढ़ाई कर रही है।

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