रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल ने केंद्रीय बैंक और नरेंद्र मोदी सरकार के बीच असहमति के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
पटेल ने अपने इस्तीफे में व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया। अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए उनके बयान का पूरा पाठ हम आपको बताने जा रहे हैं।
व्यक्तिगत कारणों से मैंने तुरंत अपनी वर्तमान स्थिति से प्रभावी कदम उठाने का फैसला किया है। भारतीय रिजर्व बैंक में वर्षों से विभिन्न क्षमताओं में सेवा करने के लिए मेरा विशेषाधिकार और सम्मान रहा है। आरबीआई कर्मचारियों, अधिकारियों और प्रबंधन का समर्थन और कड़ी मेहनत से हाल के वर्षों में बैंक ने काफी उपलब्धियां हासिल की हैं।
मैं इस अवसर को आरबीआई सेंट्रल बोर्ड के अपने सहयोगियों और निदेशकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं और भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। आपको बता दें कि रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर केंद्र सरकार के कथित हस्तक्षेप को लेकर पिछले कई दिनों से बहस चल रही थी।
पटेल सितंबर 2016 में रिजर्व बैंक के 24 वें गवर्नर बने थे। वे उस दौरान तीन साल के लिए अपोइन्ट किए गए थे। संसद का शीतकालीन सत्र कल शुरू होने वाला है। और एक दिन पहले उर्जित पटेल ने इस्तीफे की घोषणा की है। ऐसे में विपक्ष इसको लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर सकता है।