वसा कोशिकाओं को शरीर से कम करना बेहद कठिन होता है। ये कोशिकाएँ शरीर में पेट, हीप्स और थाइज में अधिक जमा होती हैं। ये ना केवल आपके बॉडी स्ट्रक्चर को खराब करता है बल्कि पेट की चर्बी टाइप-2 डायबिटीज और हृदय रोग जैसी कई बीमारियों का कारण भी होती है। स्वस्थ रहने और लंबे समय तक जीने के लिए पेट की चर्बी कम करना महत्वपूर्ण है। लोग बढ़ते वजन से ही परेशान नहीं है बल्कि पेट की बढ़ती चर्बी भी एक आम समस्या है। जिसे कम करने के लिए लोग एक्सरसाइज, योगा और सर्जरी का सहारा लेते हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर बढ़ते पेट से पा सकते हैं छुटकारा।
चीनी-मीठे पेय से बचें
चीनी का अधिक सेवन आपके चयापचय स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। चीनी में आधा ग्लूकोज और आधा फ्रुक्टोज होता है। केवल लीवर निश्चित मात्रा में फ्रुक्टोज को मेटाबोलाइज कर सकता है। यदि आप बहुत अधिक मात्रा में चीनी खाते हैं, तो लीवर फ्रुक्टोज के साथ ओवरलोड हो जाएगा और इसे वसा में बदल देगा। शोधकर्ताओं का कहना है कि अतिरिक्त चीनी पेट और लीवर में फैट को बढ़ा सकती है। तो चीनी और तमाम मीठे पेय पदार्थ को अभी से अपनी डाइट से बाहर कर दें।
अधिक मात्रा में प्रोटिन ले
यह आपके वजन घटाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। अपने आहार में प्रोटीन शामिल करने से क्रेविंग्स को कम करने, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और कैलोरी को कम करने में मदद मिलती है। पेट की चर्बी को कम करने में प्रोटीन विशेष रूप से प्रभावी है। अध्ययनों में पाया गया है कि जो लोग अधिक और बेहतर प्रोटीन खाते हैं उनमें पेट की चर्बी कम होती है। अपनी डाइट में अंडे, मछली, सीफूड, फलियां, नट, मीट और डेयरी उत्पाद जैसे खाद्य पदार्थ प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत हैं।
नियमित करें एक्सरसाइज
पेट की चर्बी घटाने सहित शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम महत्वपूर्ण है। एरोबिक व्यायाम जैसे चलना, दौड़ना, तैरना, आदि कई अध्ययनों में इसे पेट की चर्बी कम करने में बहुत प्रभावी पाया गया है।
अच्छी नींद लें
जब वजन कम करने की बात आती है तो नींद बहुत जरूरी है। लेकिन बहुत कम या बहुत अधिक नींद नकारात्मक प्रभाव को जन्म दे सकती है। एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग प्रति रात 5.5 घंटे या उससे कम सोते हैं, वे अगले दिन अधिक कैलोरी खाते हैं। फिर किसी को कितनी नींद चाहिए? यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि आम तौर पर सात या आठ घंटे की नींद लेना जरूरी है।