देश का अनोखा रेलवे स्टेशन जिसका कोई नाम नहीं है! कारण जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे

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भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है। इतना ही नहीं, 67,368-किलोमीटर (41,861 मील) की लंबाई के साथ मार्च 2017 तक भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क था। भारत में रेलवे स्टेशनों की कुल संख्या 8000 के करीब है। इनमें कई रेलवे स्टेशन ऐसे भी हैं जो काफी प्रसिद्ध हैं। लेकिन आज हम आपको भारत के एक ऐसे अनोखे रेलवे स्टेशन के बारे में बताएंगे, जिसकी अपनी कोई पहचान नहीं है क्योंकि इस स्टेशन का कोई नाम नहीं है।

आपको जानकर हैरान होगें कि यह कैसे संभव हो सकता है? तो हम आपको बता दें कि यह स्टेशन पश्चिम बंगाल में है जिसका अपना कोई नाम नहीं है। स्टेशन पश्चिम बंगाल में बर्धमान से लगभग 35 किमी दूर स्थित है।

भारत के इस रेल्वे स्टेशन का नहीं है कोई नाम

बांकुड़ा-मैसग्राम लाइन पर स्थित, यह स्टेशन रैना और रैनागढ़ दो गांवों के बीच स्थित है। शुरुआत में इस स्टेशन को रैनागढ़ के नाम से जाना जाता था लेकिन रैना गाँव के लोगों को यह पसंद नहीं आया क्योंकि इस स्टेशन का भवन रैना गाँव की भूमि पर बनाया गया था। रैना गांव के ग्रामीणों का मानना था कि इस स्टेशन का नाम रैनागढ़ के बजाय रैना होना चाहिए।

रेल्वे स्टेशन से जुड़ा है विवाद

मामले को लेकर ग्रामीणों में झगड़ा शुरू हो गया। स्टेशन के नाम के साथ विवाद रेलवे बोर्ड तक पहुंच गया था। झगड़े के बाद, भारतीय रेलवे ने यहां स्थापित सभी साइन बोर्ड से स्टेशन का नाम हटा दिया। अब इसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्टेशन का अपना नाम नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, रेलवे अभी भी अपने पुराने नाम, रैनागढ़ से ही स्टेशन के लिए टिकट जारी करता है।

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