टोक्यो ओलंपिक में 13वें दिन भारत ने शानदार शुरुआत की। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार को इतिहास रच दिया। कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबले में भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया। भारत ने 41 साल बाद हॉकी में पदक जीता है। वहीं, भारत को दिन का दूसरा मेडल पहलवान रवि कुमार दहिया ने दिलाया। उन्होंने पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता। रवि को रूसी पहलवान के खिलाफ फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। रूस के पहलवान जवुर यूगेव ने मैच को 7-4 जीतकर गोल्ड पर कब्जा जमाया। भारतीय पहलवान को फाइनल में हार मिली, लेकिन देश की झोली में 5वां पदक डाल दिया।
ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले दूसरे रेसलर
पहलवान रवि कुमार दहिया ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय रेसलर हैं। आपको बता दें कि रवि ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाले भी दूसरे भारतीय पहलवान थे। इनसे पहले साल 2012 में पहलवान सुशील कुमार फाइनल में पहुंचे थे। लेकिन उन्हें फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने भी सिल्वर मेडल जीता था। उल्लेखनीय है कि रवि ओलंपिक में पदक जीतने वाले भारत के पांचवें पहलवान हैं। रवि से पहले भारत की ओर से केडी जाधव, सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त और साक्षी मलिक ओलंपिक में मेडल अपने नाम कर चुके हैं।
कज़ाकिस्तान के नूरीस्लाम को हराकर फाइनल में पहुंचे थे दहिया
मालूम हो कि रवि कुमार दहिया ने बुधवार को पुरुषों के 57 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में कज़ाकिस्तान के नूरीस्लाम सानायेव को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। वहीं, रूस के जवुर ने सेमीफाइनल में ईरान के रेजा अत्री को 8-3 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। रशियन रेसलर जवुर यूगेव साल 2018 और 2019 विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं।
41 साल बाद हॉकी में ओलंपिक में पदक हासिल किया
भारतीय हॉकी टीम ने 41 साल बाद ओलंपिक में पदक हासिल किया है। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी को हराकर मेडल जीता। मैच की शुरुआत में पिछड़ने के बाद भारत ने जोरदार वापसी की और जर्मनी के खिलाफ मैच को 5-4 से जीत लिया। इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार वर्ष 1980 में मास्को ओलंपिक में मेडल जीता था।
तीसरे क्वार्टर में शानदार प्रदर्शन कर पलटा मैच का पासा
टीम इंडिया ने तीसरे क्वार्टर में शानदार शुरुआत की। भारत को पैनल्टी स्ट्रोक मिला और रुपिंदर सिंह ने गेंद को गोलपोस्ट में पहुंचाने में कोई गलती नहीं की। रुपिंदर ने गेंद को सीधा गोलपोस्ट में डाला और भारत को 4-3 की अहम और मजबूत बढ़त दिला दी। इसके बाद 34वें मिनट में सुमित के पास पर सिमरनजीत सिंह ने शानदार गोल दागा और भारत को 5-3 ये आगे कर ब्रॉन्ज मेडल जीतने के और करीब ले गए।
पीएम मोदी ने पुरुष हॉकी टीम की जीत को बताया ऐतिहासिक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने को ऐतिहासिक बताया और टीम को बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ऐतिहासिक! एक ऐसा दिन जो हर भारतीय की याद में अंकित रहेगा। कांस्य पदक जीतने के लिए हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई। इस उपलब्धि के साथ, उन्होंने पूरे देश, खासकर हमारे युवाओं की कल्पनाओं पर कब्जा कर लिया है। भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है।
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Historic! A day that will be etched in the memory of every Indian.
Congratulations to our Men’s Hockey Team for bringing home the Bronze. With this feat, they have captured the imagination of the entire nation, especially our youth. India is proud of our Hockey team. 🏑
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021