साउथ फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने सक्रिय राजनीति में न आने का फैसला किया है। उन्होंने सोमवार को राजनीति में न आने के अपने फैसले का सार्वजनिक तौर पर ऐलान कर दिया। इसके साथ ही अभिनेता ने अपने राजनीतिक मंच रजनी मक्कल मंदरम (आरएमएम) को भी भंग कर दिया। रजनीकांत ने कहा, ‘भविष्य में राजनीति में आने की मेरी कोई योजना नहीं है।’ बता दें कि इससे पहले उन्होंने कहा था कि वे रजनी मक्कल मंदरम के पदाधिकारियों से बातचीत कर राजनीति में आने या न आने का फैसला करेंगे। वर्ष 2018 में अस्तित्व में आए आरएमएम को रजनीकांत की राजनीतिक पार्टी के लिए लॉन्च व्हिकल माना जाता था।
स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर राजनीति से बनाई थी दूरी
पिछले साल दिसंबर में अभिनेता रजनीकांत ने अपनी सेहत व साल 2016 में हुए किडनी ट्रांसप्लांट जैसे कारकों का हवाला देते हुए कहा था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राजनीति से दूरी बनाई थी। अभिनेता ने ऐलान किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे और पहले से यह भी घोषणा की गई थी कि राजनीतिक दल की भी शुुरुआत नहीं करेंगे।
उस समय एक पत्र जारी कर रजनीकांत ने लिखा था, ‘मैंने राजनीति में नहीं आने का फैसला किया है, क्योंकि कोविड-19 के समय में चुनाव अभियान के दौरान लोगों से मिलना संभव नहीं है।’ अभिनेता ने कहा था, ‘कुछ लोग राजनीति में मेरी एंट्री न करने के फैसले की आलोचना कर सकते हैं, मैं कोई जोखिम लेने के लिए तैयार नहीं हूं।’ उन्होंने यह भी कहा था, ‘मुझे पता है कि जब मैंने यह फैसला किया तो मुझे कितना बुरा लगा।’
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"I don't have plans to enter politics in future," says actor Rajinikanth, dissolves Rajini Makkal Mandram pic.twitter.com/updoKb5HnY
— ANI (@ANI) July 12, 2021
आपको बता दें कि 70 वर्षीय सुपरस्टार रजनीकांत ने अपने राजनीतिक मंच आरएमएम की शुरुआत भविष्य में तमिलनाडु की राजनीति में एंट्री करने को लेकर ही की थी। लेकिन अब उन्होंने राजनीति से खुद को दूर करने का फैसला कर लिया है। हालांकि, भविष्य में यह देखने वाली बात होगी कि क्या वे राजनीति में एंट्री करते हैं।