केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता मेनका गांधी ने हाल में कहा कि जब तक कोई चमत्कार नहीं होता, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी कभी भी देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते।
मेनका गांधी ने कहा, “राहुल गांधी कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते, जब तक कोई चमत्कार न हो।” मेनका गांधी अमेठी और वायनाड दोनों जगहों से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए आगे बोली, “कोई भी व्यक्ति दो सीटों या अधिक में चुनाव लड़ सकता है।”
मेनका गांधी ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनावों पर प्रियंका गांधी का कोई खासा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि उनके पास कार्यकर्ता नहीं हैं। मेनका गांधी सुल्तानपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीतने के बारे में बहुत आश्वस्त थीं और उन्होंने कहा, “मेरे पति संजय गांधी यहां से दो बार चुनाव जीते थे और वरुण गांधी पिछली बार सुल्तानपुर सीट से चुनाव जीते थे। इस बार, मैं और अन्य कार्यकर्ता काम कर रहे थे। कड़ी मेहनत से फिर से जीत हमारी ही होगी। ”
मेनका गांधी ने कथित तौर पर कहा, “हम सभी मायावती की पार्टी के बारे में जानते हैं। वह पैसे के लिए टिकट बेचती हैं। हम उन्हें सालों से जानते हैं। इस बार, सुल्तानपुर में 15 करोड़ रुपये में टिकट बेचे।” मेनका गांधी ने यह भी कहा, “मैंने पहली बार हिम्मत से खुलकर बोला है और अब मुझे लगता है कि आगे अधिक लोग खुलकर बोलेंगे कि कैसे लोग पैसे से टिकट खरीदकर जीतते हैं।”
पार्टी को लेकर मेनका ने कहा कि मुझे अमेठी और रायबरेली में प्रचार करने के लिए नहीं कहा है, लेकिन अगर मुझसे पूछा जाएगा, तो मैं यह करूंगी।” मेनका गांधी ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर भी कांग्रेस पर हमला किया और कहा, “कांग्रेस ने अपनी प्रासंगिकता खो दी है।”
हमारी स्थिति हर रोज बेहतर हो रही है। हम पिछली बार की तुलना में अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके बेटे, वरुण गांधी पीलीभीत से लोकसभा चुनाव आसानी से जीत लेंगे क्योंकि उन्होंने वहां बहुत काम किया है।
मेनका गांधी ने कहा, मैं यह अनुमान नहीं लगा सकती कि अमेठी और रायबरेली से कौन जीतेगा, क्योंकि मैं पीलीभीत से चुनाव लड़ रही थी। मेनका गांधी 2014 में पीलीभीत की सांसद थीं और उनके बाद उनके पुत्र वरुण गांधी सुल्तानपुर के सांसद बने। मेनका गांधी इस बार पीलीभीत के बजाय सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हैं।
मेनका गांधी छह बार पीलीभीत से सांसद रह चुकी हैं और 2009 में वह पीलीभीत की वालनगर आमला लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं। पीलीभीत से पहली बार चुनाव जीतकर वरुण गांधी लोकसभा के सदस्य बने।