चीन के साथ एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर जारी विवाद के बीच भारत की हवाई ताकत को कई गुना बढ़ाने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप अंबाला एयरबेस पहुंच गई है। फ्रांस से करीब 7 हजार किलोमीटर का हवाई सफर तय करने के बाद पहली खेप के तौर पर पांच राफेल विमानों का बेड़ा बुधवार को भारत की सरजमीं पर पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़ी हस्तियों ने इन आधुनिक लड़ाकू विमानों का अपने अंदाज में स्वागत किया।
राफेल के स्वागत में पीएम ने ट्वीट किया संस्कृत का श्लोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू विमानों का स्वागत संस्कृत के एक श्लोक से किया। पीएम मोदी ने इन राफेल का स्वागत करते हुए ट्वीट किया, ‘राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च।। नभः स्पृशं दीप्तम्… स्वागतम्!’ इसका मतलब है ‘राष्ट्र की रक्षा से बड़ा न कोई पुण्य है, न कोई व्रत है और न ही कोई यज्ञ है। आकाश को स्पर्श करने वाले… स्वागत है।’
राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं,
राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्,
राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो,
दृष्टो नैव च नैव च।।
नभः स्पृशं दीप्तम्…
स्वागतम्! #RafaleInIndia pic.twitter.com/lSrNoJYqZO— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2020
ये लड़ाकू जेट खेल बदलने वाले साबित होंगे: गृहमंत्री शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राफेल लड़ाकू विमानों के भारत आने पर कहा, ‘गति से लेकर हथियार क्षमता तक, राफेल कहीं आगे हैं। मुझे विश्वास है कि ये विश्व स्तरीय लड़ाकू जेट खेल बदलने वाले सिद्ध होंगे। इस शानदार दिन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय वायु सेना और पूरे देश को बधाई।’ वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे भारत के सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत बताया। साथ ही उन्होंने इसके लिए भारतीय वायुसेना को बधाई भी दी।
वायुसेना प्रमुख भदाैरिया ने की अगवानी, वाटर सैल्यूट से किया स्वागत
भारत के अंबाला एयरबेस पहुंचने पर राफेल विमानों की अगवानी भारतीय वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदाैरिया समेत वेस्टर्न एयर कमांड के कई अधिकारियों ने की। राफेल विमानों के एयरबेस पर उतरने के बाद वाटर सैल्यूट देकर स्वागत किया गया। वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने फ्रांस से राफेल विमान उड़ाकर लाने वाले पायलटों का स्वागत किया। पांचों राफेल विमान बुधवार की दोपहर करीब सवा 3 बजे अंबाला एयरबेस पहुंचे।
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भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद राफेल विमानों को दो सुखोई 30-एमकेआई विमान अपने घेरे लेकर अंबाला एयरबेस तक लेकर आए। भारतीय वायु सेना ने राफेल विमानों के बेड़े को ‘गोल्डेन एरो’ नाम दिया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि करीब 22 साल बाद भारत को 5 नए लड़ाकू विमान मिले हैं। इससे पहले वर्ष 1997 में भारत को रूस से सुखोई मिले थे।
#WATCH Water salute given to the five Rafale fighter aircraft after their landing at Indian Air Force airbase in Ambala, Haryana. #RafaleinIndia pic.twitter.com/OyUTBv6qG2
— ANI (@ANI) July 29, 2020