देशभर में 22 जनवरी को लेकर खासा उत्साह है। भगवान राम अयोध्या में अपने भव्य महल में विराजमान होने जा रहे हैं। देश ही नहीं दुनियाभर में करोड़ों लोगों के लिए श्री राम एक आदर्श हैं। भले ही भगवान राम और माता सीता के वैवाहिक जीवन में कई सट्रगल थे, लेकिन आज भी जब एक आदर्श जीवनसाथी के उदाहरण की बात आती है तो कई लोग श्रीराम का नाम लेते हैं।
रिश्तों में बढ़ती दूरियां और कड़वाहट आज आम बात बन गई है। अक्सर लोग अपने मुताबित सामने वाले को बदलना तो चाहते हैं लेकिन अपनी अच्छाई या बुराई की ओर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में भगवान राम और माता सीता का जीवन हमें कई सीख देता है। अपने गुणों के विकास के लिए आपको हमेशा काम करना चाहिए।
1. दिल जीतें
श्री राम, भगवान विष्णु के अवतार थे। बावजूद इसके, उन्होंने कर्म के मुताबिक शिव के भारी धनुष को तोड़कर एक योग्य पति होने का उदाहरण पेश किया। सीख ये है कि भले ही आपका रिश्ता हाई प्रोफइल या दौलत शौहरत देखकर ही क्यों न बना हो लेकिन जीवनसाथी का सच्चा और हमेशा वाला साथ पाने के लिए आपको उसका दिल और विश्वास दोनों जीतना होगा।
2. परवाह करें
श्री राम जब वनवास को चले तो उन्होंने माता सीता को साथ न चलने के लिए काफी मनाया, उनके न मानने पर भगवान ने माता के सुख और आराम का पूरा ख्याल रखा। उनकी कोशिश रहती थी कि सीता के त्याग की पूरी कद्र करें। इस गुण को हर पुरुष को फॉलो करना चाहिए क्योंकि महिला अपना घर, सुख और चैन छोड़कर आपकी जिंदगी में शामिल होने आती है।
3. साथी को समझें
एक आइडल पुरुष वही है जो अपने जीवनसाथी को समझे, उसकी इच्छाओं और सपनों को पूरा करने की पूरी कोशिश करें। भगवान राम ने भी हर पल सीता का साथ दिया फिर चाहे वनवास साथ चलने की जिद हो या जंगल में सोने के हिरण को पाने की चाह क्यूं न हो।
4. पेशेंस रखें
ये एक जैसा गुण है जो किसी भी रिश्ते के लिए बेहद जरूरी है। आपने अक्सर बड़े-बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि जल्दी का काम शैतान का होता है। कई बार जल्द बाजी में बिना सोचे समझे हम गलत फैसले लें बैठते हैं जिससे पूरा रिलेशनशिप खराब हो जाता है। कैकेयी की चाह के मुताबिक भगवान राम ने 14 साल का वनवास बिताया और राजा होते हुए भी साधु की तरह जीवन जिया।
5. काइंड रहें
आप जितने उदार और काइंड नेचर वाले होंगे उतने ही अच्छे जीवनसाथी बन पाएंगे। इंसान हो या पशु, आपका दिल दोनों के लिए एक जैसा धड़कना चाहिए। राजा होने के बाद भी राम के अंदर कोई घमंड नहीं था। सीता को पाने के लिए वे पूरी वानर सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले। ऐसे पार्टनर अक्सर हर महिला की चाहत में शुमार होते हैं।