आमतौर पर बॉलीवुड में ही डायरेक्टर्स किसी ड्रीम प्रोजेेक्ट पर काम करते हैं, जिस पर वे करोड़ों रुपए खर्च करने में भी पीछे नहीं हटते हैं। लेकिन इस बार यूपी के मुख्यमंत्री भी एक ड्रीम प्रोजेक्ट पर फोकस कर रहे हैं। दरअसल इस साल प्रयागराज में हो रहे कुंभ की तैयारियों में किसी तरह की कमी ना रहे इसके लिए योगी सरकार ने करोड़ों का बजट पास किया है। खास बात यह है कि यह अब तक हुए सभी कुंभ में सबसे महंगा कुंभ है। योगी सरकार ने कुंभ मेले के लिए 4236 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। यह साल 2013 के महाकुंभ के बजट का तीन गुना है।
यूं तो प्रयागराज में हो रहा यह अर्द्ध कुंभ है जो हर छह साल में होता है लेकिन योगी ने इस पर जो खर्चा किया है वह किसी महाकुंभ से कम नहीं है, जो 12 साल में होता है। प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल के अनुसार, यूपी सरकार ने कुंभ मेले के लिए 4,236 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। पिछली सरकार ने महाकुंभ पर 1,300 करोड़ रुपए खर्च किए थे। हमने इस राशि से तीन गुने अधिक का आवंटन किया है। कुछ अन्य विभागों ने तो अपनी ओर से भी मेले के लिए राशि आवंटित की है।
इस बार कुंभ का क्षेत्र भी दोगुना यानी 3200 हेक्टेयर किया गया है। उन्होंने बताया कि इस राशि में से प्रदेश सरकार करीब 2000 करोड़ और केंद्र सरकार करीब 2200 करोड़ देगी। इतना पैसा भारत के किसी भी धार्मिक आयोजन में खर्च नहीं हुआ है।
कुंभ मेला 2019 की शुरुआत 15 जनवरी को शाही स्नान से हुई थी और यह 4 मार्च तक चलेगा। यह पूरा मेला करीब 32 वर्ग किमी तक फैला हुआ है और इसमें करीब 15 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं के साथ उनकी सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कुंभ के लिए जबर्दस्त सुरक्षा व्यवस्था है. सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे कुंभ की निगरानी रखी जा रही है।
तैयारियों पर एक नजर
— 247 किमी. सड़कें
— 5.63 लाख वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा
— 1,22,500 टॉयलेट
— 58 पुलिस चौकियां
— 2,132 चिकित्सा कर्मियों की व्यवस्था
— 20,000 पुलिस कर्मियों की तैनाती