लोकसभा के बजट सत्र की कार्यवाही गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इस सत्र के दौरान सभा की 24 बैठकें हुई, जो कुल 132 घंटे तक चलीं। पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देशानुसार और सदन के सदस्यों के सहयोग से 17वीं लोकसभा के अन्य सत्रों की तरह ही बजट सत्र में भी रिकॉर्ड कार्य हुआ। इस सत्र के दौरान सभा की उत्पादकता 114 फीसदी रही। उधर, राज्यसभा भी अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दी गई। बता दें कि इस बार बजट सत्र की शुरुआत 29 जनवरी को हुई थी। तय कार्यक्रम के अनुसार, इसे 8 अप्रैल तक चलना था लेकिन कई सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष से सत्र को समय से पूर्व स्थगित करने की अपील की थी, ताकि वे पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों पर अपना ध्यान दे सकें।
विभिन्न विषयों पर 48 घंटे से ज्यादा हुई चर्चा
सभापति भर्तृहरि महताब ने बताया कि इस बार बजट सत्र में विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए सभा 48 घंटे और 23 मिनट देर तक बैठी। उन्होंने बताया कि सत्र के प्रथम चरण में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 16 घंटे 58 मिनट तक चर्चा हुई और इसमें 149 सदस्यों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के उत्तर के बाद सभा ने प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकृत किया। एक फरवरी 2021 को पेश किए गए केंद्रीय बजट पर 14 घंटे और 42 मिनट तक चर्चा हुई, जिसमें कुल 146 सदस्यों ने भाग लिया। वर्ष 2021-22 के लिए रेल मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुदानों की मांगों पर सदन में चर्चा की गई। इस चर्चा में कुल 21 घंटे और 43 मिनट का समय लगा।
इस सत्र में राज्यसभा की उत्पादकता 90 प्रतिशत रही
आपको बता दें कि राष्ट्रीय अवसंरचना और विकास वित्त-पोषण बैंक विधेयक, 2021 पारित होने और सेवानिवृत्त हो रहे तीन सदस्यों को विदाई देने के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने की घोषणा की। इससे पहले बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में हुए कामकाज का लेखा जोखा प्रस्तुत करते हुए नायडू ने कहा कि सत्र में सदन की उत्पादकता 90 प्रतिशत रही, जबकि व्यवधान की वजह से सदन के लगभग 21 घंटे बर्बाद हुए। उन्होंने बताया कि सत्र के पहले चरण में उत्पादकता 99.6 फीसदी रही, जबकि दूसरे चरण में यह 85 फीसदी रही। उन्होंने बताया कि इस दौरान सदन में कुल 19 विधेयक पारित हुए।
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