प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी की कमान संभालने के बाद ताबड़तोड़ रैलियां कर रही है। अपने हटके चुनावी प्रचार के कारण प्रियंका को मीडिया की सुर्खियों में जगह मिल रही है। कभी प्रियंका मंच से लोगों के बीच चली जाती है तो कभी मोदी-मोदी नारे लगाते लोगों से हाथ मिलाकर आती है।
कभी मदारियाों के सांप से खेलने लग जाती है तो हर बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक नई संज्ञा वो अपनी रैली में देती है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी को “दुनिया का सबसे बड़ा एक्टर” बताने के बाद प्रियंका ने एक बार फिर उन पर हमला करने के लिए एक और बॉलीवुड स्टार को चुना।
हाल में अपनी रैली के दौरान प्रियंका ने पीएम मोदी की तुलना बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म “शोले” के एक किरदार से की। प्रियंका ने मोदी को एक्टर असरानी जैसा बताया।
फिल्म में, असरानी ने जेलर का किरदार निभाया था जो एक कॉमिक किरदार है। असरानी का डायलॉग “हम अंग्रेजों के ज़माने के जेलर हैं” इस फिल्म के बाद काफी हिट हुआ था।
प्रियंका गांधी ने तुलना करते हुए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में लोगों से पूछा: “क्या आपने शोले फिल्म और उसमें असरानी का किरदार देखा है”? जिस तरह फिल्म में वो हमेशा हम अंग्रेजों के ज़माने के जेलर हैं कहते हैं उसी तरह से मोदी जी जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी के काम के बारे में बात करते हैं। बस वे पिछले कुछ सालों में किए गए अपने काम के बारे में बात नहीं करते हैं।
हम जानते हैं कि पीएम मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में अक्सर भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के प्रतीक और कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में से एक जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधा है। राजस्थान की एक रैली में उन्होंने कहा था, “जो लोग गुलाब पहनकर घूमते थे, उन्हें बगीचों का पता था, लेकिन किसानों या खेती के बारे में वे नहीं जानते थे, जिसके कारण आज किसान परेशान है”।
इसके अलावा पीएम मोदी ने अपने चुनावी भाषणों में अक्सर राजीव गांधी का भी जिक्र किया है। कुछ दिनों पर मोदी ने राजीव गांधी को “भ्रष्टचारी नंबर एक” बताते हुए नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विराट को अपनी पर्सनल टैक्सी के रूप में उपयोग करने के आरोप लगाए। वहीं राजीव गांधी के नाम पर अंतिम दौर का चुनाव लड़ने के लिए भी कांग्रेस को चुनौती दी।
इसके बाद प्रियंका गांधी ने उनकी इस चुनौती का जवाब देते हुए कहा था, “दिल्ली की एक लड़की खुलेआम आपको चुनौती दे रही है। नोटबंदी, जीएसटी, महिलाओं की सुरक्षा और युवाओं को मिले अधूरे वादों पर अंतिम दो चरणों का चुनाव लड़ें।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 6 चरणों में चुनाव हुए हैं। राज्य में 19 मई को सातवें चरण में आखिरी कुछ सीटों पर मतदान होगा। 23 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।