इजराइल में विपक्ष से एक सीट से पिछड़े पीएम नेतन्याहू, जानिए उनका राजनीतिक सफर

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इजराइल में छह महीनों के अंदर दूसरी बार हुए आम चुनावों के नतीजे जारी है और कोई भी पार्टी स्पष्ट बहुमत में नहीं है। मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पार्टी ‘लिकुड’ अपने विपक्षी पार्टी के नेता बैनी गैंट्ज् की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी से एक सीट पीछे हैं। पीएम नेतन्याहू के पास कुल 31 सीटें हैं, जबकि विपक्षी पार्टी ने कुल 32 सीटों पर कब्जा जमाए हुए हैं। अभी भी वोटों की गणना जारी है। बता दें कि इजराइल की संसद में सदस्यों की संख्या 120 है और यहां की संसद को ‘कनेसेट (इसराइली संसद)’ कहा जाता है। पीएम पद के लिए बहुमत का जादुई आंकड़ा पाने के लिए 61 सदस्यों को होना आवश्यक है।

मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वर्ष 2009 से इजराइल के प्रधानमंत्री पर पर हैं। वह लिकुड पार्टी के अध्यक्ष हैं। इससे पहले भी वह वर्ष 1996 से 1999 तक पीएम पद पर रह चुके हैं। यही नहीं इजराइल के प्रधानमंत्री पद पर नेतन्याहू सबसे लम्बे समय तक रहे हैं जोकि एक रिकॉर्ड है। नेतन्याहू के भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के साथ काफी अच्छे संबंध रहे हैं और नेतन्याहू उन्हें अपना करीबी दोस्त मानते हैं।

अमेरिका से लौटकर इजराइल डिफेंस फोर्सेज में हुए भर्ती

69 वर्षीय पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का जन्म 28 अक्टूबर, 1949 को तेल अवीव में हुआ। उनके बचपन के कुछ वर्ष अमेरिका में बीते। वर्ष 1956 से 1958 के बीच और फिर वर्ष 1963 से 1967 तक नेतन्याहू अपनी फैमिली के साथ अमेरिका में रहे और यहीं पर चेलटेनहम हाई स्कूल में उनकी पढ़ाई हुई। अमेरिका से लौटने के बाद नेतन्याहू इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) में भर्ती हो गए।

नेतन्याहू 18 वर्ष की उम्र में IDF की एलीट कंमाडो यूनिट में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान कई बड़े ऑपरेशंस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सबीना एयरलाइंस के विमान के हाइजैक के बाद उन्होंने बंधकों को बेन—गुरियन हवाई अड्डे पर छोड़ने में मुख्य भूमिका निभाई थी। इस ऑपरेशन में वह घायल हो गए थे। नेत्यानाहू कैप्टन के पद पर रहते हुए 6 साल बाद रिटायर हो गए, जिसके बाद उन्होंने बोस्टन में MIT में अध्ययन किया और बीएससी आर्किटेक्चर और मैनेजमेंट स्टडीज में एमएससी की डिग्रियां हासिल की।

राजनीतिक कॅरियर

वर्ष 1984 में नेतन्याहू को संयुक्त राष्ट्र में इजरायल का राजदूत पद पर नियुक्त किया। वह इस पद पर चार वर्ष तक रहे। वर्ष 1988 में इस पद के बाद वह इजरायल आ गए और बेंजामिन नेतन्याहू ने देश की राजनीतिक में प्रवेश किया। उन्होंने लिकुड पार्टी की सदस्यता ली और वह इजराइल संसद कनेसेट के सदस्य चुने गए। बेंजामिन नेतन्याहू ने हिब्रू और अंग्रेजी में कई किताबें लिखी हैं, जिनमें से कुछ किताबें रूसी, फ्रेंच, अरबी, जापानी और अन्य भाषाओं में अनुवादित की गई हैं। उनके द्वारा लिखित प्रमुख किताबों में ‘टेररिज्म: हाउ द वेस्ट कैन विन’ और ‘अ ड्यूरेबल पीस: इजराइल एंड इट्स प्लेस अमंग द नेशंस’शामिल हैं।

सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहने का रिकॉर्ड है बेंजामिन नेतन्याहू के नाम

बेंजामिन नेतन्याहू इजराइल के प्रधानमंत्री पद के लिए लिकुड पार्टी ने पहली बार वर्ष 1993 में अपना उम्मीदवार चुना। नेतन्याहू ने वर्ष 1996 में इजराइल के प्रधानमंत्री के लिए चुनाव लड़े और अपने प्रतिद्वंद्वी शिमोन पेरेस को हराया। उन्होंने इजराइल के नौवे प्रधानमंत्री बने। वह वर्ष 1999 तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहे। प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद नेतन्याहू ने एक नई जिम्मेदारी संभाली और वह इजरायल की उच्च तकनीकी कंपनियों के व्यापारिक सलाहकार के रूप में कार्य करने लगे। बाद में वर्ष 2002 में एक बार फिर वह राजनीति में सक्रिय हो गए और नवंबर 2002 से फरवरी 2003 तक विदेश मंत्री का पदभार संभाला। वह वर्ष 2005 तक देश में वित्त मंत्री रहे।

नेतन्याहू ने फरवरी, 2009 में 18वें कनेसेट के चुनावों में भाग लिया और एक बार फिर 31 मार्च, 2009 को दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। 18 मार्च, 2013 को नेतन्याहू ने इजरायल की 33वीं सरकार का गठन किया। 14 मई, 2015 को, उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में 34वीं सरकार का गठन किया। नेतन्याहू ने 14 नवंबर, 2018 को रक्षा मंत्री एविग्डोर लिबरमैन के इस्तीफे देने के बाद रक्षा मंत्री पद का भार खुद ने संभाला। वह मौजूदा चुनावों में अपने विपक्षी पार्टी से एक सीट से पिछड़े हुए हैं।

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