दुनिया के कई देशों समेत भारत भी कोरोना वायरस महामारी के संकट से गुजर रहा है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर देश के सरपंचों को बधाई दी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनसे संवाद किया। उन्होंने ई स्वराज पोर्टल मोबाइल ऐप व स्वामित्व योजना का शुभारंभ करते हुए सरपंचों को इसकी महत्ता बताई। साथ ही कहा कि कोरोना संकट से हमें संदेश मिलता है कि हम आत्मनिर्भर बनें। इस दौरान पीएम मोदी ने सरपंचों को दो गज की दूरी का मंत्र भी दिया।
किसान का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है: मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘किसान का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। वो हमारा अन्नदाता है। किसान और पशुपालक साथियों ने लॉकडाउन के समय देश को अनाज, दूध, दही, फल की कमी नहीं होने दी।’ उन्होंने देश के चुनिंदा सरपंचों से बात कर उनसे लॉकडाउन के दौरान परेशानियों के बारे में पूछा साथ ही उन्हें भेजी जाने वाली रकम संबंधित सवाल भी किए, जिसका सरपंचों ने संतोषजनक जवाब दिया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने उनसे गांवों में सैनिटाइजेशन के इंतजामों के बारे में भी चर्चा की।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर ली चुटकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरपंचों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की एक सरपंच के साथ बातचीत करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर चुटकी भी ली। पीएम मोदी ने बस्ती जिले की नकटी देई बुजुर्ग ग्राम पंचायत की महिला प्रधान वर्षा सिंह के साथ बातचीत की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने प्रधान वर्षा सिंह से कहा कि ये बताइए पहले लोग कहते थे कि दिल्ली यानी केंद्र सरकार से 1 रुपया चलता है तो केवल 15 पैसा ही गांव तक पहुंचता है। आज 1 रुपया निकलता है तो 100 के 100 पैसे लाभार्थी के खाते में जमा हो जाता है।
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पीएम मोदी ने प्रधान वर्षा सिंह से पूछा कि अब जब गांव में लोगों के पास पूरा पैसा पहुंचता है तो कैसा महसूस करते हैं? इस पर प्रधान ने पीएम को जवाब देते हुए कहा कि गांव के लोग बहुत ही संतुष्ट हैं और लोग कहते हैं कि जब से ये सरकार आई है तो तमाम सुविधाएं आसानी से मिल पा रही हैं।