देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ की शुरुआत की। इस कार्यक्रम का शुभारंभ करने से पहले पीएम मोदी ने लद्दाख में शहीद हुए जवानों की पराक्रम की चर्चा करते हुए कहा, ‘लद्दाख में हमारे वीरों ने जो बलिदान दिया है, मैं गौरव के साथ इस बात का जिक्र करना चाहूंगा कि ये पराक्रम बिहार रेजीमेंट का है, हर बिहारी को इसका गर्व होता है। जिन सैनिकों ने अपना बलिदान दिया है उन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं।’
गांव, गरीब को सशक्त करना ही हमारा उद्देश्य
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई प्रवासी मजदूरों से भी महत्वपूर्ण बातें कीं। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान से आपके इस आत्मसम्मान की सुरक्षा भी होगी और आपके श्रम से आपके गांव का विकास भी होगा। आज आपका ये सेवक और पूरा देश इसी सोच के साथ, इसी संकल्प के साथ आपके मान और सम्मान के लिए काम कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि बीते छह वर्षों से लगातार चल रहे इन सभी प्रयासों का एक ही उद्देश्य है, हमारा गांव, हमारा गरीब अपने दम पर खड़ा हो, सशक्त हो। हमारे किसी गरीब, मजदूर, किसान को किसी के सहारे की जरूरत ना पड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आखिर.. हम वो लोग हैं जो सहारे से नहीं, श्रम के सम्मान से जीते हैं।
छह राज्यों के 116 जिलों में लागू होगी गरीब कल्याण योजना
आपको जानकारी के लिए बता दें कि गरीब कल्याण योजना के तहत प्रवासी मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार दिया जाएगा। इसे देश के राज्यों के उन जिलों में संचालित किया जाएगा, जिनमें प्रवासी कामगारों संख्या 25 हजार से अधिक है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान को फिलहाल छह राज्यों के 116 जिलों में लागू किया जा रहा है।
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इन राज्यों में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओड़िशा शामिल हैं। इस अभियान में रोजगार एवं अवस्थापना सृजन के तहत 25 प्रकार के काम कराए जाएंगे। केंद्र सरकार इस योजना पर 50 हजार करोड़ रुपए की राशि खर्च करेगी। कोरोना महामारी के कारण घर लौटने वाले श्रमिकों को इससे राहत मिलेगी।