शाहरूख खान की ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ वेब सीरीज पर पाकिस्तान वालों को मिर्ची क्यों लगी?

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हाल में भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इस अनुच्छेद के हटाने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्तों में कड़वाहट आई है। ऐसे में अब एक नया मामला सामने आया है जिसमें पाक सेना के जनरल आसिफ गफूर ने बॉलीवुड एक्टर शाहरूख खान की वेब सीरीज ‘बार्ड ऑफ ब्लड'(Bard Of Blood) पर अपनी भड़ास निकाली है।

क्या लिखा जनरल ने ट्विट पर

पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने शाहरूख खान द्वारा बनाई गई नई जासूसी वेब सीरीज ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ के लिए उन पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विट पर लिखा है कि ‘शाहरूख खान बॉलीवुड सिंड्रोम में डूबे रहिए। सच्चाई देखनी हो तो रॉ के जासूस कुलभूषण जाधव, विंग कमांडर अभिनंदन और 27 फरवरी, 2019 की स्टेट देखिए। आपको इसके बजाय जम्मू—कश्मीर में अत्याचारों और आरएसएस के नाजीवादी हिंदुत्व के खिलाफ बोलकर शांति और मानवता को बढ़ावा देना चाहिए।’

पाकिस्तान के लोगों को जब भी मौका मिलता है वे भारतीयों को निशाना बनाते हैं। इस तरह से वह यहां के बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ और उनके क्रिएटिव वर्क को लेकर भी पाकिस्तानी सियासतदान या सेना के अफ़सर ज़हर उगलने से बाज़ नहीं आ रहे।

क्या वेब सीरीज की कहानी

बॉलीवुड एक्टर शाहरुख़ ने अपने होम प्रोडक्शन रेड चिलीज एंटरटनेमेंट द्वारा प्रोड्यूस वेब सीरीज़ ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ के ट्रेलर को उन्होंने ट्विटर पर शेयर किया। यह एक स्पाय (जासूसी) सीरीज़ है, जिसमें एक्टर इमरान हाशमी भारतीय जासूस का रोल में दिख रहे हैं। जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के ब्लूचिस्तान में एक मिशन पर जाता है। सीरीज में इस जासूसी मिशन को ‘सुसाइड मिशन’ नाम दिया दिया गया है। दरअसल बार्ड ऑफ ब्लड की कहानी के बैकग्राउंड में पीओके होने से ही पाकिस्तानी सेना को मिर्ची लगी है। यह वेब सीरीज नेफ्लिक्स पर 27 अगस्त को रिलीज हो रही है।

पाकिस्तान के जनरल गफूर द्वारा की गई इस तरह की टिप्पणी कोई नई बात नहीं है, इससे पूर्व भी पाक में कई भारतीय फिल्मों को प्रतिबंधित किया जाता रहा है और विशेषकर उनको जो पाकिस्तान में जासूसी पर आधारित है।

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