बचपन में कई बार अपने रिश्तेदारों की डेथ के झूठे बहाने पर कई बार स्कूल से छुट्टी ली जाती है। यह एक तरह से हर बच्चे के लिए आम बहाना था। लेकिन खुद की डेथ की एप्लीकेशन देकर कोई हाफ डे मांगे तो? और मांगने पर अप्रूवल भी मिल जाए तो? आपको पढ़कर कुछ अटपटा लग रहा होगा ना, लेकिन जनाब हमारे यूपी में कुछ भी मुमकिन है। यहां एक स्टूडेंट ने खुद की डेथ की एप्लीकेशन देकर हाफ डे मांगा और प्रिंसिपल साहब ने दे भी दिया। आइए आपको पूरा मामला बताते हैं।
ग्रैंडमदर लिखना भूल गया और हो अर्थ का अनर्थ
दरअसल कानपुर के जीटी रोड स्थित एक स्कूल के आठवीं के छात्र को हाफ डे चाहिए था क्योंकि उसकी दादी का निधन हो गया था। स्टूडेंट की तरफ से जो एप्लीकेश आई उसमें गलती से ग्रैंडमदर लिखना रह गया। ऐसे में एक बारगी एप्लीकेशन पढ़ने पर यही लग रहा है कि प्रार्थी ने खुद की डेथ पर हाफ डे मांगा है। बच्चे या उसके घर वालों से एक बड़ी गलती हुई लेकिन उससे भी बड़ा ब्लंडर यह हुआ कि स्कूल के प्रिंसिपल ने एप्लीकेशन पढ़ना भी मुनासिब नहीं समझा और ‘ग्रांटेड’ लिखकर साइन कर दिया।
स्कूल के ही एक स्टाफ ने इस एप्लीकेशन की फोटो सोशल साइट पर शेयर कर दी। बस, फिर क्या था देखते ही देखते यह अजीबो गरीब एप्लीकेशन वायरल हो गई। इस खबर के बाद से प्रिंसिपल पर सभी अपनी नाराज़गी व्यक्त कर रहे हैं। कुछ लोगों ने तो प्रिंसिपल के रिजाइन की भी डिमांड की हैै।