अरब सागर में यमन के पास एक बार फिर से एक जहाज को निशाना बनाया गया है। इस बार जहाज पर ड्रोन से अटैक हुआ है। इसके बाद जहाज में आग भी लग गई। हालांकि बाद में इस पर काबू पा लिया गया। भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि एमवी जेनको पिकार्डी से संकट कॉल बुधवार देर रात जारी की गई और नौसेना ने नौ भारतीयों सहित 22 चालक दल के बचाव के लिए क्षेत्र में तैनात एक युद्धपोत को भेज दिया। ड्रोन अटैक की सूचना मिलते ही इंडियन नेवी ने वॉरशिप INS विशाखापट्टनम को मदद के लिए रवाना किया।
INS विशाखापट्टनम को मदद के लिए भेजा गया
भारतीय नौसेना के मिशन-तैनात निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, आईएनएस विशाखापत्तनम ने गुरुवार 17 जनवरी की रात को ड्रोन हमले के बाद मार्शल द्वीप-ध्वजांकित एमवी जेनको पिकार्डी से एक SOS कॉल का जवाब दिया है।आईएनएस विशाखापत्तनम इस समय अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी मिशन पर है, उसने SOS कॉल को तुरंत स्वीकार कर लिया।