ऑनलाइन सैलिंग और आॅफलाइन शॉपकीपर्स के बीच खींचतान काफी लम्बे समय से चलती आ रही है, खास तौर पर दीवाली जैसे बड़े फेस्टिव सीजन में, जब हर व्यापारी अच्छी बिक्री की उम्मीद करता है। ये तो हम सभी जानते हैं कि आजकल के डिजिटल ज़माने में ज्यादातर बायर्स दुकानों में भटकने की जगह आॅनलाइन शॉपिंग को महत्व देने लगे हैं, ऐसे में आॅफलाइन व्यापारियों ने भी आॅनलाइन शॉपिंग का विरोध करने के लिए अनोखा तरीका खोज निकाला है।
दरअसल नासिक के अहमदनगर जिले के संगमनेर के व्यापारियों ने एक साथ बहुत सारा आॅनलाइन सामान आॅर्डर किया। किसी व्यापारी ने डबल डोर फ्रिज मंगा लिया, किसी ने वॉशिंग मशीन तो किसी ने माइक्रोवेव ओवन। मगर जब वो सामान घर पहुंचा तो सभी ने डिलीवरी लेने से ही मना कर दिया। जानकारी के अनुसार संगमनेर से करीब 2 हजार ऑर्डर लौटाए जा चुके हैं। इस नए अंदाज़ में आॅनलाइन शॉपिंग का विरोध करने का फैसला सभी व्यापारियों ने मिलकर लिया था।
सूरत में भी छिड़ी लहर, व्यापारियों ने लौटाया 100 करोड़ का सामान :—
वहीं सूरत में भी व्यापारियों ने कुछ इसी तरह की मुहिम छेड़ रखी है। वो अब तक करीब 100 करोड़ रुपए का सामान वापस कर चुके हैं। दूसरी तरफ ऑर्डर की डिलीवरी नहीं होने की वजह से कोरिअर कंपनियों के स्टोर भर गए हैं। उन्हें सड़क पर पार्सल रखने पड़ रहे हैं, साथ ही रखवाली के लिए लोगों की ड्यूटी लगानी पड़ रही है। ई-शॉपिंग के खिलाफ सबसे पहले मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन ने आंदोलन शुरू किया था, जिसके बाद कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी भी इसमें शामिल हो गए।