सिंदूर और लाल चूड़े पर फतवा हुआ था जारी, अब जगन्नाथ यात्रा की चीफ गेस्ट बनेंगी नुसरत

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तृणमूल कांग्रेस की सांसद और बंगाली एक्ट्रेस नुसरत जहां अपनी शादी के बाद से ही चर्चा में बनी हुई है। नुसरत जहां ने एक हिंदू से शादी की और उसके बाद जब मांग में लाल सिंदूर भरा और हाथ में लाल चूड़ा पहना तभी से धर्म के थानेदारों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। जब ऐसे ही लुक में वो 17वीं लोकसभा में संसद में शपथ लेने पहुंची थी तो उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। नुसरत के इस पहनावे पर व‍िवाद हुआ. मुस्लिम धर्मगुरुओं के एक समूह ने तो नुसरत जहां के पहनावे को ‘गैर इस्लामी’ करार देते हुए फतवा भी जारी किया था।

रथयात्रा में मुख्य अतिथि बनने का मिला न्यौता

अब जो खबर हम बताने जा रहे हैं वो ऐसे में आग में घी डालने का काम कर सकती है। अंतरराष्ट्रीय संस्था इस्कॉन ने नुसरत जहां को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में मुख्य अतिथि बनने का निमंत्रण दिया है। कोलकाता में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा इसी गुरुवार 4 जुलाई से शुरू होने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताब‍िक रथयात्रा की शुरुआत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी। इसी रथयात्रा में नुसरत जहां को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

इस कार्यक्रम में नुसरत जहां को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने वाले इस्कॉन के प्रवक्ता ने ​बताया कि हम सभी धर्मों को मानने वाले लोग हैं। नुसरत के विचार हमारे विचारों से मिलते हैं. वह भी सभी धर्मों का आदर करती हैं. ऐसे में एक नए राजनेता के रूप में वह निश्चित ही आज के युवाओं को अपने विचारों से प्रभावित करेंगी. यही सोचकर हमने उन्हें यह निमंत्रण दिया है।”


शादी के बाद से शुरू हुई आलोचना

बता दें कि नुसरत जहां ने हाल ही में उद्यमी निखिल जैन से शादी की है। इस शादी के बाद भी उन्हें सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने धर्म के बाहर शादी करने को लेकर ट्रोल किया। कई लोगों ने आलोचना की। उधर, संसद में सिंदूर, हाथों में चूड़ियां और साड़ी पहनने पर कई मुस्लिम कट्टरपंथियों ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह इस्लामिक कानून की नजर में सही नहीं है।

मेरा धर्म मुझे भगवान के नाम पर लोगों को बांटना नहीं सिखाता: नुसरत

आलोचकों को तीखा जवाब देते हुए नुसरत ने कहा कि उन्होंने वही किया, जो उनके दिल ने उनसे कहा। नुसरत ने खुद को सेक्युलर बताते हुए आगे कहा, ‘हम विकास की राह में बढ़ते नए भारत के नागरिक हैं, जहां पर सभी परंपराओं और संस्कृतियों का सम्मान होना जरूरी है। भगवान के नाम पर क्यों लोगों को बांट दिया जाता है। हां, मैं एक मुस्लिम हूं और सेक्युलर भारत की नागरिक हूं। मेरा धर्म भगवान के नाम पर लोगों को बांटना नहीं सिखाता है।’

नुसरत ने कहा मैं सभी धर्मों का आदर करती हूं
अग्रेंजी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में नुसरत जहां ने कहा कि मैं सभी धर्मों का आदर करती हूं और ऐसा करती रहूंगी। मुझे कोई परवाह नहीं कि मेरे बारे में कोई क्या बोलता है। मैं एक अभिनेत्री के रूप में इस रथ यात्रा में हिस्सा लेती रही हूं और इस बार भी उसी भूमिका में इसमें हिस्सा लेने जा रही हूं।’

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